Aarogya Setu App उत्तराखंड में 10 दिन में आरोग्य सेतु के 1.85 लाख नए यूजर
उत्तराखंड में फिलहाल 11 लाख 73 हजार 448 लोग आरोग्य सेतु एप का इस्तेमाल कर रहे हैं। 10 दिन के भीतर ही प्रदेश में इस एप से 1.85 लाख नए यूजर जुड़ गए हैं।
देहरादून, जेएनएन। कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ी जा रही लड़ाई में आरोग्य सेतु एप को लोग कवच की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने 14 अप्रैल को यह एप डाउनलोड करने की अपील की थी। जिसके बाद उत्तराखंड में भी लोग लगातार आरोग्य सेतु एप डाउनलोड कर रहे हैं। प्रदेश में फिलहाल 11 लाख 73 हजार 448 लोग इस एप का इस्तेमाल कर रहे हैं। 10 दिन के भीतर ही प्रदेश में इस एप से 1.85 लाख नए यूजर जुड़ गए हैं।
आरोग्य सेतु कोरोना से जोखिम का स्तर बताता है। यह एप सेल्फ असेसमेंट टेस्ट में दिए गए लक्षणों, बीमारियों जैसी जानकारियों और आपकी लोकेशन के आधार पर बताता है कि आपको कोरोना का कितना जोखिम है। आपको टेस्ट की, डॉक्टर को दिखाने की या फोन पर परामर्श की जरूरत है या नहीं। एप पर प्रदेश और सेंट्रल हेल्पलाइन नंबर भी हैं। यही नहीं यह आपको ट्वीट फीड के जरिये कोरोना से जुड़ी लाइव जानकारियां भी देता रहता है।
यह आपकी लोकेशन और ब्लूटूथ का इस्तेमाल कर यह जांचता रहता है कि आपके आसपास कोई संक्रमित व्यक्ति या संभावित संक्रमित तो नहीं है। साथ ही संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने की आशंका के बारे में अलर्ट करते हुए नोटिफिकेशन भी देता है। इस पर अब ई-पास का भी सेक्शन जोड़ दिया गया है।
चीफ ऑफिसर ऑपरेशंस डॉ. अभिषेक त्रिपाठी के अनुसार आरोग्य सेतु एप कोरोना वायरस को लेकर हर तरह की जानकारी से अपडेट करता है। शारीरिक दूरी के बारे में भी यह सतर्कता का संदेश देता है। यह व्यक्ति के जोखिम का स्तर भी बताता है।
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ऐसे में अधिकाधिक लोगों से इस एप को डाउनलोड करने की अपील की गई है। जिसका असर भी दिख रहा है।
फीचर फोन और लैंडलाइन यूजर्स को भी आरोग्य सेतु से जोड़ा गया है। इसके लिए एक आइवीआरएस नंबर 1921 जारी किया गया है। जिस पर मिस कॉल करने के बाद आपके पास एक कॉल आएगी, जिस पर अपने स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी देकर कोरोना के खतरे से बचा जा सकता है। इस आइवीआरएस सिस्टम से समय-समय पर अलर्ट संदेश भी भेजे जाएंगे।
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