छात्रसंघ चुनाव: डीएवी पीजी कॉलेज में अध्यक्ष पद पर रिकॉर्ड 12वीं बार अभाविप की जीत
देहरादून के डीएवी पीजी कॉलेज में इस बार छात्र संघ चुनाव में एबीवीपी ने जीत दर्ज की।
देहरादून, [जेएनएन]: प्रदेश के सबसे बड़े एवं प्रतिष्ठित डीएवी पीजी कॉलेज अध्यक्ष पद पर रिकार्ड 12वीं बार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कब्जा किया। एबीवीपी के अध्यक्ष पद के दावेदार जितेंद्र सिंह बिष्ट ने एनएसयूआई के आदित्य बिष्ट को 591 मतों से पराजित किया। जीत के बाद एबीवीपी ने डीएवी परिसर एवं बाहर विजयी रैली निकाल जमकर जीत का जश्न मनाया। कॉलेज में 6049 वोटरों में से 3363 मत पड़े थे। अध्यक्ष पद पर जितेंद्र बिष्ट को 1850 मत पड़े जबकि आदित्य बिष्ट को 1259 मतों पर संतोष करना पड़ा।
वहीं महासचिव पद पर आर्यन के शूरवीर सिंह चौहान, उपाध्यक्ष पद पर सचिन त्रिवेदी, सहसचिव पर आकाश रावत, कोषाध्यक्ष पद पर आयुषि सकलानी एवं विवि प्रतिनिधि पद पर एनएसयूआइ की अंजलि चमोली ने जीत दर्ज की। जीतने वाले पदाधिकारियों को मुख्य चुनाव अधिकारी डॉ.डीके त्यागी एवं प्राचार्य डॉ.अजय सक्सेना ने शपथ दिलाई।
महासचिव पद पर आर्यन के शूरवीर सिंह चौहान से सत्यम-शिवम छात्र संगठन के सचिन नैथानी को 627 मतों से पराजित किया। सहसचिव पद पर सात प्रत्याशियों में से आकाश रावत को सबसे अधिक 981 मत पड़े। जबकि दूसरे स्थान पर आयुषि बड़ोनी को उन्होंने 536 मतों के अंतर से हराया। कोषाध्यक्ष पद पर सबसे अधिक आठ प्रत्याशी मैदान में थे जिसमें से आयुषि सकलानी ने प्रियंका नेगी को 171 मतों के अंतर से पराजित किया। विश्वविद्यालय प्रतिनिधि पद पर अंजलि चमोली ने एकतरफा जीत कर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी पंकज कुमार को 2184 मतों के अंतर से पटकनी दी।
दोपहर करीब एक बजे डीएवी कॉलेज के बैटमिंटन हॉल में मुख्य चुनाव अधिकारी ने जैसे ही परिणाम घोषित किया वैसे ही जीते उम्मीदवारों के समर्थकों ने जमकर जश्न मनाना शुरू कर दिया और एक- दूसरे पर अरीर-गुलाल व गले मिले एक-दूसरे को बधाई दी। हार का अंतर जैसे-जैसे बढ़ता गया। एनएसयूआइ के नेता एक-एक कर मतगणना स्थल से निकले शुरू हो गए। आखिर में परिणाम घोषित होने तक एक-दो नेता की वहां मौजूद रहे।
नवनिर्वाचित अध्यक्ष जितेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि डीएवी कॉलेज में छात्रों से जुड़ी अनेक समस्याओं को वह प्रमुखता से उठाएंगे। उनका संगठन शुरू से ही सेमेस्टर सिस्टम के खिलाफ रहा है। एबीवीपी के सम्मेलन में संगठन के बड़े नेता सेमेस्टर सिस्टम में क्या खामियां हैं इसकी जानकारी दे चुके हैं। इसके अलावा कॉलेज में शिक्षकों के रिक्त पद, छात्रों को शौचालय, आधुनिक पुस्तकालय उनकी प्राथमिकता रहेगी।
वहीं, नवनिर्वाचित सचिव शूरवीर सिंह चौहान ने कहा कि डीएवी कॉलेज में छात्रों की अनेक समस्याएं हैं। छात्रों की संख्या के अनुरूप शिक्षकों की कमी है। पर्याप्त शौचालय नहीं है। गरीब छात्रों की छात्रवृत्ति समय पर नहीं मिलती है। पुस्तकालय में सभी विषयों की पुस्तकों हो इसकी कोशिश की जाएगी। पढ़ाई के लिए कक्षा एवं उसमें आधुनिक सुविधाओं को बढ़ाने की कोशिश करुंगा।
डीएवी में इस तरह पड़े मत
अध्यक्ष
जितेंद्र सिंह बिष्ट (एबीवीपी),1850
आदित्य बिष्ट, (एनएसयूआई), 1259
सागर जोशी (अखंड भारतीय), 65
उपाध्यक्ष
सचिन त्रिवेदी (शिवाय), 1527
हिमानी भंडारी (निर्दलीय), 1353
महासचिव
शूरवीर सिंह चौहान (आर्यन), 1837
सचिन नैथानी (सत्यम-शिवम),1210
शैलेंद्र परमार (एसएफआइ), 200
सहसचिव
आकाश रावत, 981
आयुषि बड़ोनी, 445
सोनी बिष्ट, 348
काजल गुप्ता, 314
दीपिका गौड़, 312
विजय थापा, 171
मुस्कान गोयल,169
कोषाध्यक्ष
आयुष सकलानी, 882
अंकित रौतेला, 441
प्रियंका नेगी, 711
शिवांगी सेठी, 196
विपिन पंत, 151
मुस्कान सोनकर, 143
मयंक खड़ायत, 108
सौरभ बदली, 88
विवि प्रतिनिधि
अंजलि चमोली (एनएसयूआइ), 2578
पंकज कुमार (निर्दलीय), 394
रितिक मलिक (निर्दलीय), 116
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