Monsoon 2022 : उत्तराखंड में 24 घंटे में दस्तक दे सकता है मानसून, देहरादून में तेज बारिश से टूटी दीवार, दो आटो भी बहे
Monsoon in Uttarakhand मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे में मानसून के उत्तराखंड पहुंचने की उम्मीद है। अगले तीन दिन प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में भारी से बहुत भारी वर्षा का आरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
जागरण संवाददाता, देहरादून : Monsoon in Uttarakhand : बुधवार को उत्तराखंड की राजधानी देहरादून सहित राज्य के लगभग सभी इलाकों में मौसम खराब रहा। कहीं बादल छाए रहे तो कहीं देर रात से बारिश का दौर जारी रहा। देहरादून में हल्की बारिश हुई तो मसूरी में मूसलाधार बारिश हुई। वहीं रुक-रुक कर देहरादून में बारिश होती रही। रात हुई तेज बारिश के बाद मनु गंज नाले की दीवार पानी के बहाव से टूट गई और दो आटो भी बहे। पछवादून, ऋषिकेश व आसपास के इलाकों, रुद्रप्रयाग, चमोली में बारिश हुई।
पागलनाला में बंद हो गया था बदरीनाथ हाईवे
बुधवार की सुबह बारिश के वजह से बदरीनाथ हाईवे पागलनाला में बंद हो गया था, जिसे सुचारू कर दिया गया। उत्तरकाशी जिला मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्र में मंगलवार रात को हल्की वर्षा हुई। बुधवार की सुबह गंगोत्री-यमुनोत्री धाम में बादल छाएरहे। यहां वर्षा के प्रबल आसार बने हुए हैं। पौड़ी और रुड़की में भी बादल छाए रहे।
वहीं मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे में मानसून के उत्तराखंड पहुंचने की उम्मीद है। अगले तीन दिन (बुधवार से शुक्रवार तक) प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में भारी से बहुत भारी वर्षा का आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन की चेतावनी भी जारी की गई है। नदी-नालों के उफान पर आने की भी आशंका है।
विभाग की मानें तो अगले 24 घंटे में कुमाऊं के कुछ हिस्सों में मानसून दस्तक दे सकता है। बुधवार को देहरादून, नैनीताल, चम्पावत और पौड़ी में गरज के साथ भारी वर्षा की आशंका है। वहीं, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना जताई गई है।
आकाशीय बिजली गिरने व भूस्खलन से एक मकान क्षतिग्रस्त
कुमाऊं में सीमांत पिथौरागढ़, चम्पावत व बागेश्वर जिले में 15 मार्ग बंद हो गए। आकाशीय बिजली गिरने व भूस्खलन से एक मकान क्षतिग्रस्त हो गया। गढ़वाल मंडल में अधिकतर क्षेत्रों में दिनभर बादल छाए रहे।
पिथौरागढ़ जिले में चीन और नेपाल सीमा से लगे क्षेत्र में भारी वर्षा हुई। गोरी नदी का जलस्तर बढ़ गया है और काली नदी चेतावनी स्तर से ऊपर बह रही है। जौलजीबी-मदकोट -मुनस्यारी मार्ग कई घंटे बंद रहा। इससे मदकोट, मुनस्यारी से जौलजीबी, धारचूला और पिथौरागढ़ आ जा रहे वाहन फंसे रहे।
पूर्णागिरि मार्ग पर किरोड़ा नाले में पानी आने व बाटनागाड़ में मलबा आने से मार्ग बाधित रहा। इससे पूर्णागिरि धाम को जाने वाले श्रद्धालु कई घंटों तक फंसे रहे। मंगलवार शाम को पानी कम होने पर मार्ग सुचारू हो गया। सोमवार रात्रि से हो रही वर्षा के कारण शारदा नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है।
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