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चुनावी समर को रणक्षेत्र में मोर्चा संभालेंगे मंत्री

वर्ष 2022 की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सत्‍तारूढ़ भाजपा की तरफ से अब जल्‍द त्रिवेंद्र कैबिनेट के सदस्‍य एक बार फिर मोर्चा संभालते दिखाई देंगे। अपने-अपने प्रभार वाले जिलों में जाकर सभी आठ मंत्री पार्टी कार्यकर्त्‍ताओं का मनोबल बढ़ाने का काम करेंगे।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Sun, 13 Dec 2020 10:57 AM (IST)Updated: Sun, 13 Dec 2020 10:57 AM (IST)
चुनावी समर को रणक्षेत्र में मोर्चा संभालेंगे मंत्री।

राज्‍य ब्‍यूरो, देहरादून। वर्ष 2022 की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सत्‍तारूढ़ भाजपा की तरफ से अब जल्‍द त्रिवेंद्र कैबिनेट के सदस्‍य एक बार फिर मोर्चा संभालते दिखाई देंगे। अपने-अपने प्रभार वाले जिलों में जाकर सभी आठ मंत्री न केवल पार्टी कार्यकर्त्‍ताओं का मनोबल बढ़ाने का काम करेंगे, बल्कि आम जनता के साथ संवाद कर उन तक केंद्र व प्रदेश सरकारों की उपलब्‍धियों की जानकारी देंगे। पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा ने अपने हालिया चार दिवसीय उत्‍तराखंड प्रवास के दौरान इस आशय के निर्देश दिए थे। मुख्‍यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत व प्रदेश अध्‍यक्ष बंशीधर भगत भी जल्‍द जिलों का प्रवास आरंभ करने जा रहे हैं।

उत्‍तराखंड में मौजूदा भाजपा सरकार का कार्यकाल मार्च 2022 में पूरा होगा। यानी इससे पहले राज्‍य में विधानसभा चुनाव होंगे। इस हिसाब से देखा जाए तो अब चुनाव के लिए महज सवा साल का ही वक्‍त बाकी है। हालांकि भाजपा सत्‍ता में है, लेकिन चुनाव की बात की जाए तो उसके सामने चुनौती ज्‍यादा बड़ी है। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 70 में से 57 सीट हासिल की थीं और अब पार्टी नेतृत्‍व ने प्रदेश इकाई को 60 सीटों पर जीत दर्ज करने का लक्ष्‍य दिया है। इस लक्ष्‍य तक पहुंचने के लिए भाजपा अध्‍यक्ष ने देहरादून में तीन दिन तक मंथन करने के बाद मंत्रियों को जिलों में प्रवास करने के निर्देश दिए।

ऐसा नहीं है कि मंत्रियों के जिलों में प्रवास का प्रयोग भाजपा पहली बार करने जा रही है। यह व्‍यवस्‍था पहले से ही चली आ रही है। पार्टी ने प्रत्‍येक मंत्री के लिए अपने प्रभार वाले जिलों में महीने में कम से कम एक बार प्रवास करने के निर्देश दिए हैं। हालांकि यह बात दीगर है कि कोरोना के कारण इसमें कुछ व्‍यवधान जरूर आया। पार्टी ने यह व्‍यवस्‍था इसलिए तय की है ताकि जिलों में मंत्री पार्टी कार्यकर्त्‍ताओं और जिले के पदाधिकारियों के निरंतर संपर्क में रहें और उनकी समस्‍याओं का जिले में ही समाधान कर दिया जाए। इसके अलावा पार्टी कार्यक्रमों में मंत्री सहभागिता निभाते हैं। रात्रि प्रवास के दौरान कार्यकर्त्‍ताओं से निरंतर बैठकें की जाती हैं।

पार्टी अध्‍यक्ष के निर्देश के बाद कुछ मंत्री तो अपने प्रभार वाले जिलों में प्रवास की शुरुआत कर चुके हैं, जबकि बाकी जल्‍द प्रवास के लिए रवाना होंगे। भाजपा अध्‍यक्ष ने संगठन को सभी मंत्रियों के जिलों में प्रवास का फीडबैक 20 दिन के अंदर उपलब्‍ध कराने को कहा है। यानी, अब मंत्रियों के पास लगभग दो सप्‍ताह का समय प्रवास के लिए बचा है। भाजपा प्रदेश अध्‍यक्ष बंशीधर भगत के मुताबिक जिलों में प्रवास की यह कवायद आगे भी जारी रहेगी। मंत्रियों के बाद दायित्‍वधारियों को जिलों के प्रवास पर जाने को कहा गया है। उन्‍होंने कहा कि इससे जिलों में पार्टी कार्यकर्त्‍ताओं के साथ तालमेल और समन्‍वय को और बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।

मंत्री प्रभार वाले जिले

  • धनसिंह रावत चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, उत्‍तरकाशी 
  • मदन कौशिक नैनीताल, उधमसिंह नगर
  • अरविंद पांडेय पिथौरागढ, चंपावत
  • सतपाल महाराज हरिद्वार
  • हरक सिंह रावत अल्‍मोड़ा 
  • यशपाल आर्य देहरादून 
  • सुबोध उनियाल पौड़ी 
  • रेखा आर्य बागेश्‍वर

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