बोर्ड बैठक: नए पाठ्यक्रम संचालित करेगा चिकित्सा परिषद, पढ़िए पूरी खबर
भारतीय चिकित्सा परिषद (उत्तराखंड) कई नए अनुचिकित्सीय पाठ्यक्रम संचालित करेगा। इनमें योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा पंचकर्म अटेंडेंट व डाइटिशियन आदि का कोर्स शामिल है।
देहरादून, जेएनएन। भारतीय चिकित्सा परिषद (उत्तराखंड) कई नए अनुचिकित्सीय पाठ्यक्रम (थेरप्यूटिक कोर्स) संचालित करेगा। इनमें योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा, पंचकर्म अटेंडेंट व डाइटिशियन आदि का कोर्स शामिल है। शुक्रवार को अध्यक्ष डॉ. दर्शन कुमार की अध्यक्षता में बलबीर रोड स्थित रजिस्ट्रार कार्यालय में हुई परिषद की बोर्ड बैठक में यह निर्णय लिया गया है। जिसमें आयुष मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत भी आमंत्रित सदस्य के रूप में शामिल हुए।
बताया गया कि नए पाठ्यक्रम के लिए विशेषज्ञों की एक सीमित गठित की जाएगी। वहीं, परिषद में रजिस्ट्रार और सहायक रजिस्ट्रार/प्रशासनिक अधिकारी के पद पर पूर्णकालिक नियुक्ति का निर्णय भी बोर्ड बैठक लिया गया है। रजिस्ट्रार की नियुक्ति के लिए पूर्व में प्राप्त आवेदनों के आधार पर प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जाएगा। सहायक रजिस्ट्रार/प्रशासनिक अधिकारी की नियुक्ति प्रतिनियुक्ति के आधार पर की जाएगी। इसके लिए भी एक विशेषज्ञ समिति गठित की जाएगी। यह समिति प्राप्त आवेदनों के आधार पर सहायक रजिस्ट्रार का चयन करेगी। इसके अलावा अब परिषदीय बैठक में प्रतिभाग करने पर सदस्यों को पांच हजार रुपये मानदेय व नियमानुसार यात्र भत्ता भी मिलेगा।
इस बावत जल्द ही आदेश जारी किया जाएगा। आयुष व आयुष शिक्षा विभाग द्वारा बीती 11 जून को जारी शासनादेश पर भी बैठक में चर्चा हुई। इसमें प्रांत भारतीय चिकित्सा अधिनियम 1939 की विभिन्न धाराओं के तहत चिकित्साभ्यासियों का पंजीकरण किए जाने का आदेश किया गया था। यह निर्णय लिया गया कि इस शासनादेश के अनुरूप पंजीकरण प्रक्रिया शुरू करते हुए पृथक रूप से एक पंजिका तैयार की जाए। नैनीताल उच्च न्यायालय में भारतीय चिकित्सा परिषद से संबंधित वादों की पैरवी, शपथ पत्र तैयार करने व प्रतिशपथ पत्र दाखिल करने के लिए नियुक्त अधिवक्ता को प्रतिवाद 3500 रुपये के स्थान पर अब पांच हजार रुपये प्रतिवाद दिए जाने का निर्णय भी बैठक में लिया गया है। इस अवसर पर आयुष मंत्री ने परिषद के कार्यो में और सुधार लाने के निर्देश भी संबंधित प्राधिकारियों को दिए हैं। कहा कि कार्यो का संपादन नियमानुसार ही किया जाए।
बैठक में प्रतिमाह जिलेवार स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने का निर्णय भी लिया गया है। आयुष चिकित्सकों द्वारा स्वास्थ्य शिविर में आने वाले लोगों को किसी एक रोग से संबंधित परामर्श व औषधियां दी जाएंगी। बैठक में परिषद के नामित सदस्य डॉ. आरके जैन, डॉ. धनंजय कुमार श्रीवास्तव व डॉ. रेखा चौधरी आदि उपस्थित रहे।
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वाहन खरीदा पर नहीं हुआ पंजीकरण
भारतीय चिकित्सा परिषद के अध्यक्ष डॉ. दर्शन कुमार के पास शासकीय व विभागीय कार्यो के लिए जो वाहन है उसका पंजीकरण ही नहीं है। इस वाहन को काफी समय पहले क्रय किया गया था। शुक्रवार को हुई बोर्ड बैठक में यह मुद्दा रखा गया है। बताया गया कि अपरिहार्य कारणों से इस वाहन का पंजीकरण अब तक नहीं हुआ है। यह तय किया गया कि वाहन पंजीकरण की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाए। इस बावत क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को पत्र प्रेषित किया जाएगा। बता दें, इस वाहन की खरीद को लेकर खासा विवाद हुआ था। तकरीबन 12 लाख का यह वाहन बिना शासन की अनुमति खरीद लिया गया था।
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