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World Environment Day: विश्व पर्यावरण दिवस पर राज्यपाल और मुख्‍यमंत्री समेत कई लोगों और संस्‍थाओं ने किया पौधरोपण

विश्व पर्यावरण दिवस पर राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और मुख्‍यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत कई लोगों और विभिन्‍न संस्‍थाओं ने पौधरोपण किया।

By Sunil NegiEdited By: Published: Fri, 05 Jun 2020 04:33 PM (IST)Updated: Fri, 05 Jun 2020 09:32 PM (IST)
World Environment Day: विश्व पर्यावरण दिवस पर राज्यपाल और मुख्‍यमंत्री समेत कई लोगों और संस्‍थाओं ने किया पौधरोपण
World Environment Day: विश्व पर्यावरण दिवस पर राज्यपाल और मुख्‍यमंत्री समेत कई लोगों और संस्‍थाओं ने किया पौधरोपण

देहरादून, जेएनएन। विश्व पर्यावरण दिवस पर राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और मुख्‍यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत कई लोगों और विभिन्‍न संस्‍थाओं ने पौधरोपण किया। साथ ही पर्यावरण बचाने का संदेश भी दिया। 

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राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने शुक्रवार को राजभवन प्रांगण में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पौधरोपण किया। उन्होंने राजभवन प्रांगण में शहतूत, अंजीर, बेल, जामुन, कपूर आदि के पौधे लगाये। वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री आवास में पौधरोपण किया। राज्यपाल ने कहा कि पर्यावरण दिवस 2020 की थीम जैव विविधता को बनाए रखने पर आधारित है। 

उन्होंने कहा कि आज राजभवन के लान में जिन पौधों को रोपित किया गया है, वह मानव जीवन के लिए सदैव उपयोगी सिद्ध हुए हैं। आम जनमानस को वर्तमान में वृक्षों-पौधों की महत्ता को समझने की और भी जरूरत है। राज्यपाल ने आम जनमानस से पर्यावरण दिवस के अवसर पर स्वच्छ वातावरण, आसपास की साफ-सफाई एवं पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने की तथा संपूर्ण प्राकृतिक जल संपदा एवं वन संपदा को अक्षुण्ण बनाए रखने की अपील की है। इसके साथ ही उन्होंने कोरोना से बचाव के लिए जो भी गाइड लाइंस एवं सावधानियां हैं, उनका पूर्ण पालन करने की भी अपील की है।

लॉकडाउन अवधि में पर्यावरण की महत्ता हुई स्वतः स्पष्ट 

प्रदेश के शहरी विकास, आवास, राजीव गांधी शहरी आवास, जनगणना, पुनर्गठन एवं निर्वाचन मंत्री मदन कौशिक ने विश्व पर्यावरण दिवस पर पौध रोपण और पर्यावरण संरक्षण गतिविधियों में भाग लिया। उन्होंने बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए अपने संदेश में कहा है कि लॉकडाउन अवधि में पर्यावरण की महत्ता स्वतः स्पष्ट हुई है। पर्यावरण के मानक के अनुसार इस अवधि में प्रत्येक क्षेत्र के पर्यावरण में शुद्धि आई है। उत्तराखंड में मां गंगा और अन्य पवित्र नदियां स्वच्छ हुई हैं। अतः इसके महत्व को समझते हुए अपने कर्तव्य को पर्यावरण के प्रति समर्पित करना होगा।

स्वस्थ जीवन के लिए स्वस्थ पर्यावरण जरूरी 

भाजपा के प्रदेश महामंत्री (संगठन) अजेय ने कहा कि स्वस्थ जीवन के लिए स्वस्थ पर्यावरण जरूरी है। उन्होंने कहा कि भाजपा एक मात्र ऐसा राजनीतिक दल है, जो अपने सामाजिक दायित्वों के प्रति पूरी तरह से सजग है। आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर भाजपा प्रदेश मुख्यालय में पौधरोपण किया गया। इस दौरान अजेय ने कहा कि पर्यावरण प्रदूषण हमारे दैनिक जीवन के सामाजिक, शारीरिक, आर्थिक, भावनात्मक और बौद्धिक सभी पहलुओं को प्रभावित कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह किसी समुदाय अथवा स्थान की समस्या नहीं है, अपितु सारे विश्व की है। उन्होंने कहा कि इस समस्या का समाधान एक व्यक्ति के प्रयासों से नहीं होगा। इसके लिए सामूहिक प्रयासों की जरूरत है। 

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड ने चिपको आंदोलन चलाकर पूरे विश्व को पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक नई दृष्टि दी है। उन्होंने कहा कि भाजपा भी पर्यावरण संरक्षण को लेकर सतत प्रयासरत है। पार्टी ने अपने सभी कार्यकर्ताओं को अपने- अपने क्षेत्रों में पौधरोपण के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा का मानना है कि राजनीतिक गतिविधियों के साथ सामाजिक दायित्वों का निर्वहन भी जरूरी है। इसी क्रम में पार्टी ने प्रदेश भर में पौधरोपण अभियान संचालित किया। इस दौरान प्रदेश कार्यालय सचिव कोस्तुभा नंद जोशी, प्रदेश सह मीडिया प्रभारी मनबीर चौहान, प्रदेश सोशल मीडिया प्रभारी शेखर वर्मा, सह प्रभारी पारितोष बंगवाल आदि उपस्थित थे।

हमारी सनातन परंपरा में ही प्रकृति व पर्यावरण में शांति की कामना है

विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आज अगापे संस्था की ओर से राजपुर की सुमनपुरी बस्ती में रिस्पना किनारे पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्यातिथि उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, कार्यक्रम अध्यक्ष नगर निगम पार्षद उर्मिला थापा ने पौधरोपण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि भारत की सनातन परंपरा में मंगलाचरण में सबसे पहले प्रकृति और पर्यावरण की ही आराधना और शांति की कामना है। उन्होंने कहा कि हमारे ऋषि मुनियों ने ब्रह्मांड में अंतरिक्ष पृथ्वी वायु औषधियों व वनस्पतियों तक में शांति की कामना ही इसलिए की क्योंकि इन सब के अस्तित्व से ही इंसान का अस्तित्व सुरक्षित है।

पर्यावरण को शुद्ध व संकरक्षित रखने से मनुष्य व अन्य प्राणियों का अस्तित्व भी सुरक्षित रहेगा। आज कोरोना संकट काल में मनुष्य प्रकृति के साथ अपने द्वारा किये गए अन्याय व दोहन के दुष्परिणाम देख रहा है। उन्होंने कहा कि अगर पर्यावरण अशुद्ध होगा तो मनुष्य की प्रतिरोधक शक्ति कमजोर होगी और उसके कारण रोगों से लड़ने की शक्ति भी कमजोर हो जाएगी इसलिए पर्यावरण को शुद्ध रखने की जिम्मेदारी हमारी ही है।

कार्यक्रम अध्यक्ष उर्मिला थापा ने कहा कि उत्तराखंड राज्य में 67 प्रतिशत वन भूमि है, लेकिन वह केवल 47 प्रतिशत ही हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में 20 प्रतिशत खाली भूमि पर उन प्रजातियों के वृक्ष लगाए जाने चाहिए, जिनसे पशुओं को चारा और लोगों को लकड़ी मिले। इस दौरान राजपुर कांग्रेस के वार्ड अध्यक्ष मुकेश, अगापे संस्था के चेयरमैन विक्रांत भंडारी, भुपेंद्र नेगी, देवेंद्र सिंह, बन्नी शर्मा, विनोद कुमार व जवाहर तिवारी आदि उपस्थित रहे।

पर्यावरण ही जीवन है: प्रो. रवि कांत

विश्व पर्यावरण दिवस पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में पौधरोपण मुहिम चलाकर पर्यावरण संवर्धन का संदेश दिया गया। इस दौरान फिजिकल डिस्टेंसिंग का खास खयाल रखा गया और संस्थान के सीमित सदस्यों द्वारा ही समूचे परिसर में पौधरोपण किया गया। शुक्रवार को विश्व पर्यावरण दिवस पर एम्स निदेशक प्रो. रवि कांत ने अस्पताल परिसर में विभिन्न प्रजातियों के पौधों का रोपण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पर्यावरण ही जीवन है।

उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के डर से लॉकडाउन के दौरान लोगों के घरों में रहने से पर्यावरण शुद्ध हुआ है। इसका असर पेड़ पौधों, धरती व नदियों पर सर्वथा देखा जा रहा है। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने कहा कि पर्यावरण के साथ हमें समन्वय स्थापित करने की आवश्यकता है। बताया कि पर्यावरण दूषित होने से बीमारियां बढ़ती हैं, जिससे अस्पतालों की मांग बढ़ जाती है और इसका दुष्प्रभाव देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ता है। लिहाजा स्वस्थ रहने के लिए सभी को पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लेने की आवश्यकता है। इस दौरान अधीक्षण अभियंता अनुराग सिंह, अधिशासी अभियंता एनपी सिंह, जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल, पंकज सिंह आदि मौजूद थे।

गांव पंचायत की भूमि पर 200 से अधिक पौधे रोपे

विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर देहरादून जिले के जौनसार क्षेत्र के मुंशी गांव में पर्यावरण एवं पर्यटन विकास समिति के सहयोग से स्थानीय लोगों ने गांव पंचायत की भूमि पर 200 से अधिक पौधे रोपे। पौधरोपण के बाद ग्रामीण महिलाओं ने गोबर की खाद डाली। पूर्व प्रधान दिनेश तोमर की अगुआई में ग्रामीणों ने कोरोना महामारी के चलते बचाव को मास्क व शारीरिक दूरी के नियमों का पालन किया। इस दौरान गांव के 88 वर्षीय बुजुर्ग कुंवर सिंह व गुलाब सिंह ने भी पौधरोपण कर लोगों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इसके अलावा क्षेत्र में अलग-अलग जगह पर्यावरण संरक्षण को पौधे रोपे गए।

रुड़की शहर में विभिन्‍न संस्‍थाओ ने किया पौधरोपण

विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर रुड़की शहर में विभिन्न संस्थाओं की ओर से पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। नगर निगम परिसर में महापौर गौरव गोयल और नगर आयुक्त नूपुर वर्मा ने हर्बल गार्डन का शुभारंभ किया। इस हर्बल गार्डन में औषधीय पौधे रोपित किए जाएंगे। इनमें नीम, तुलसी, अश्वगंधा आदि पौधे शामिल हैं। वहीं भारत विकास परिषद समर्पण शाखा की ओर से पर्यावरण दिवस पर जरूरतमंदों को सूखा राशन बांटने के साथ ही मटके वितरित किए। मैथोडिस्ट गर्ल्स पीजी कॉलेज की एनएसएस की स्वयंसेवियों ने कॉलेज प्रांगण में विश्व पर्यावरण दिवस पर पौधे लगाकर पर्यावरण को सुरक्षित रखने का संदेश दिया। पंडित गोविंद बल्लभ पंत पर्यावरण सुरक्षा समिति के पदाधिकारियों ने राजकीय विद्यालय में पौधे लगाए। इसके अलावा अन्य संस्थाओं की ओर से भी विश्व पर्यावरण दिवस पर पौधे लगाकर पर्यावरण को सुरक्षित रखने का संदेश दिया गया।

सभी कम से कम एक पेड़ लगाएं और उसकी रक्षा करें

विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर हरिद्वार कनखल स्थित श्री जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर श्रद्धैय स्वामी अवधेशानंद गिरि जी के श्री हरिहर आश्रम में पौधरोपण किया। साथ ही पर्यावरण और प्रकृति की महत्ता पर प्रकाश डाला गया। अवदेशानंद ने कहा कि मनुष्य प्रकृति का जितना दोहन कर रहा है उतनी ही प्रकृति की रक्षा करने की जिम्मेदारी भी उठानी होगी। आज सारा विश्व पर्यावरण से संबंधित अनेक समस्याओं का सामना कर रहा है, जिसमें ऋतु चक्र में परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग की समस्या विकट रूप धारण किए हुए हैं।  यदि मनुष्य प्रकृति का इसी प्रकार से दोहन करता रहा तो उसे भविष्य में गंभीर संकट का सामना करना पड़ेगा।

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पर्यावरण को बचाने के लिए सभी का दायित्व है कि कम से कम एक पेड़ लगाएं और उसकी रक्षा करें। नरेश शर्मा ने कहा कि सभी को पर्यावरण की रक्षा के लिए बढ़-चढ़कर कार्य करें और अपने आसपास पौधरोपण करके पर्यावरण और वातावरण को स्वच्छ एवं शुद्ध बनाने में सहयोग करें। इस दौरान मंडल अध्यक्ष मयंक गुप्ता, मंडल महामंत्री पुष्प राज अन्नू ककड़ व अनेक कार्यकर्ता और कई लोग उपस्थित रहे।

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