Uttarakhand Lockdown: लॉकडाउन से मिला प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयारी का समय
इस वक्त देशभर में लॉकडाउन है जिस कारण जेईई नीट क्लैट समेत तमाम प्रतियोगी परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं।
देहरादून, जेएनएन। कोरोना के चलते इस वक्त देशभर में लॉकडाउन है, जिस कारण जेईई, नीट, क्लैट समेत तमाम प्रतियोगी परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। ऐसे में छात्रों को तैयारी का अधिक समय मिल गया है। लॉकडाउन में अब उनके लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर स्टडी मैटेरियल उपलब्ध कराया जा रहा है। साथ ही कई संस्थान एग्जाम की तैयारी में उनकी ऑनलाइन मदद भी कर रहे हैं। वह नियमित रूप से उनके लिए लेक्चर अपलोड कर रहे हैं। वहीं, कुछ संस्थान ऑनलाइन टेस्ट सीरीज भी दे रहे हैं, जिससे छात्र-छात्रओं की तैयारी घर बैठे अच्छे से हो रही है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे व्हाट्स एप, टेलीग्राम, जूम एप पर ग्रुप बनाकर छात्र और शिक्षक एक-दूसरे से जुड़े हैं।
आमतौर पर बोर्ड परीक्षाएं मार्च अंत तक खत्म हो जाती हैं। जिसके बाद प्रतियोगी परीक्षाओं का दौर शुरू होता है। इंजीनियरिंग, मेडिकल, लॉ, होटल मैनेजमेंट समेत अन्य तमाम क्षेत्र से जुड़ी परीक्षाएं अप्रैल से मई के बीच होती हैं। पर इस बार अप्रैल माह का एक पखवाड़ा लॉकडाउन में ही गुजर रहा है। उसपर सीबीएसई, आइसीएसई, उत्तराखंड बोर्ड के कुछ पेपर अभी भी होने बाकी हैं। यही कारण है कि सभी प्रतियोगी परीक्षाएं भी आगे खिसक गई हैं। पर इसका एक सकारात्मक पक्ष भी है। वह यह कि तैयारी के लिए छात्रों को अतिरिक्त समय मिल गया है। वह इस दौरान अपने ज्ञान को और बेहतर ढंग से तराश सकते हैं।
एनटीए ने भी जारी किए लेक्चर
एनटीए ने भी अपनी वेबसाइट पर विभिन्न विशेषज्ञों के लेक्चर अपलोड किए हैं। जेईई और नीट की तैयारी कर रहे छात्र इनकी भी मदद ले सकते हैं। अच्छी बात यह है कि ये सभी लेक्चर फ्री हैं और इसके लिए छात्र को किसी भी तरह का शुल्क नहीं देना होगा। जानकारी के अनुसार ये लेक्चर छात्रों के कॉन्सेप्ट क्लियर करने के लिए दिए गए हैं। फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी व गणित के लेक्चर छात्र आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं।
अविरल क्लासेज के निदेशक डीके मिश्र के मुताबिक धैर्य की असल परीक्षा मुसीबत में ही होती है। समय का सदुपयोग करें और परिस्थिति को अपने अनुकूल बनाएं। छात्रों के पास पर्याप्त समय है। रिलेक्स रहकर कन्सिस्टन्सी के साथ तैयारी करें।
वहीं, लॉ प्रेप दून के निदेशक एसएन उपाध्याय का कहना है कि इस वक्त छात्र अपने कमजोर विषयों को मजबूत कर सकते हैं। रिवीजन के लिए भी पर्याप्त समय है। नियमित शेड्यूड बनाकर अच्छे से तैयारी करें। जिसका निश्चय ही फायदा मिलेगा।
इधर, बलूनी क्लासेज के प्रबंध निदेशक विपिन बलूनी ने बताया कि छात्रों के पास भरपूर समय है। जरूरी है कि वह अपना नियमित शेड्यूल तय करें और अच्छी तरह अपने कॉन्सेप्ट डेवलप करें। किसी विषय में मुश्किल है तो यही समय है उससे पार पाने का।
डीएवी के छात्र अब ऑनलाइन कर सकेंगे पढ़ाई
डीएवी पीजी कॉलेज के छात्र-छात्रएं अब ऑनलाइन पढ़ाई कर सकेंगे। प्राचार्य डा. अजय सक्सेना ने बताया कि मानव संसाधन विकास मंत्रलाय ने ई-पाठशाला के माध्यम से छात्रों को घर पर रहकर पढ़ाई कर सकेंगे। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की है कि वह घर पर रहें और अपनी पढ़ाई को इस लिंक के माध्यम से करें। कॉलेज के मीडिया प्रभारी डॉ. हरिओम शंकर ने बताया कि स्नातकोत्तर के विद्यार्थी डीएवी पीजी कॉलेज की वेबसाइट) पर क्लिक करके अपने विषय और अपने पेपर की पढ़ाई आसानी से कर सकते हैं। लिंक पर 30 विषयों और विभिन्न पेपरों को बड़ा ही विस्तार पूर्वक बताया गया है।
ये परीक्षाएं हुईं स्थगित
-जेईई मेन 5-11 अप्रैल के बीच होना था। अब लॉकडाउन के बाद नई तिथि घोषित होगी।
-नीट का आयोजन तीन मई को होने वाला था। संभावना है कि यह परीक्षा अब मई अंत तक होगी।
-क्लैट का आयोजन पहले दस मई को होना था। पर अब परीक्षा 24 मई को होगी।
-लॉ स्कूल एडमिशन टेस्ट एक मई के बजाय अब 17 मई को होगा।
-एनसीएचएम-जेईई की आवेदन प्रक्रिया भी 30 अप्रैल तक बढ़ गई है।
विद्यालयों में नई नियुक्तियों पर रोक
विद्यालयों में लॉकडाउन के दौरान नई नियुक्तियों पर रोक लगा दी गई है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने इस बाबत आदेश जारी किए हैं। हाल ही में एक शिक्षक की ज्वाइनिंग और रिलीव करने के लिए स्कूल खुलने की घटना का संज्ञान लेते हुए यह कदम उठाया गया।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक आरके कुंवर ने आदेश जारी किए हैं कि लॉकडाउन के दौरान किसी भी कारण स्कूलों को न खोला जाए। उन्होंने नवीन नियुक्तियों पर भी तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। उनका कहना है कि कोरोना महामारी के संकट को देखते हुए सभी शिक्षण संस्थानों में पूर्ण सतर्कता बरती जा रही है। इसी के मद्देनजर स्कूलों में नियुक्ति स्थगित कर दी गई हैं। हाल ही में एक स्कूल के शिक्षक की ज्वाइनिंग के लिए स्कूल खोलने का मामला सामने आया था, जिसमें स्कूल प्रबंधन से जवाब-तलब किया गया था। साथ ही उन्हें स्कूल को पूर्णतया बंद रखने के कड़े निर्देश दिए गए हैं।
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यह मामला आया था प्रकाश में
महेश्वरानन्द इंटर कॉलेज माजरा में एक सहायक अध्यापक को रिलीव करने के लिए पहले स्कूल खोला गया। फिर शिक्षक ने अम्बावती दून वैली पब्लिक स्कूल पंडितवाड़ी में ज्वाइन भी कर लिया। इस पूरी प्रक्रिया को गुपचुप तरीके से अंजाम दिया गया। लॉकडाउन के बीच जब सभी स्कूल बंद हैं, ऐसे में मामला सामने आने से दोनों स्कूलों की कार्यप्रणाली और शिक्षक संदेह के घेरे में आ गए। दोनों स्कूलों को ऐसा करने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। अमरावती दून वैली स्कूल को वरिष्ठतम अध्यापिका को ही प्रधानाचार्य का कार्यभार सौंपने के निर्देश भी दिए गए थे।
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