शराब ठेकों को मिली हरी झंडी, लेकिन ठेकेदार कर रहे ना नुकुर; जानिए वजह
प्रदेशभर में सोमवार से शराब के ठेके खोले गए हैं। इनके खुलने का समय सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक तय किया गया है।
देहरादून, जेएनएन। 22 मार्च से बंद शराब की दुकानों को लेकर स्थिति साफ हो गई है। प्रदेशभर में सोमवार से शराब के ठेके खोले गए हैं। इनके खुलने का समय सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक तय किया गया है। रेड से ऑरेंज जोन में आए दून में भी यही व्यवस्था लागू रहेगी। यहां 50 से अधिक ठेके (जिनका उठान हो चुका) खोले जाएंगे। वहीं, ठेकेदार इसको लेकर ना नुकुर करते दिखाई दे रहे हैं।
सोमवार से ठेके खोले जाने को लेकर रविवार सुबह से आबकारी विभाग के अधिकारियों ने स्टॉक का सत्यापन शुरू कर दिया था। देर रात तक स्टॉक के मिलान का क्रम जारी रहा। हालांकि, स्टॉक सत्यापन में अधिकारियों के पसीने छूटते दिखे। तमाम ठेकेदारों ने भी दुकान खोलने को लेकर शारीरिक दूरी का पालन कराने की योजना पर काम शुरू कर दिया था। इसके लिए ठेकों के आगे बैरिकेडिंग और गोल घेरा बनाए गए। हालांकि, शराब की दुकानों पर शारीरिक नियमों का पालन कराना किसी चुनौती से भी कम नहीं है। इसके साथ ही मार्च माह के अंतिम दिनों में बंद रही दुकानों और उसके अधिभार पर स्थिति साफ न होने पर कई ठेकेदारों ने दुकान न खोलने की भी बात कही है।
ठेकेदारों ने खोला मोर्चा, शासन में मंथन शुरू
ठेके खोलने से ऐन वक्त पहले ऊधमसिंहनगर के शराब ठेकेदारों ने अधिभार निर्धारण पर स्थिति साफ न होने पर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज दिया। इसके समर्थन में प्रदेशभर के ठेकेदार आ गए। एक बार यहां तक कह दिया कि वह सोमवार को ठेके नहीं खोलेंगे। शासन स्तर पर वार्ता होने पर स्थिति कुछ नियंत्रण में दिखी, मगर स्पष्ट अब भी कुछ नहीं है।
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शराब ठेकेदारों का कहना है कि मार्च माह का अधिभार जमा कराने के बाद भी लॉकडाउन के चलते वह स्टॉक नहीं उठा पाए। लिहाजा, इसकी भरपाई की जाए। वहीं, नए ठेकेदारों की चिंता है कि वह अप्रैल माह के अब तक के अधिभार को किस तरह समायोजित करेंगे। आबकारी आयुक्त सुशील कुमार का कहना है कि ठेकेदारों के अधिभार और बचे स्टॉक पर बात चल रही है। जल्द इसका हल निकाल दिया जाएगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि शराब के सभी ठेके तय समय पर खुल जाएंगे।
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