व्रत में रखें इम्यूनिटी का रखें खास ख्याल, बरतें ये सावधानियां; जानें- क्या न खाएं
व्रत के दौरान इम्यूनिटी को बरकरार रखना बहुत आवश्यक है। ऐसा देखा गया है कि प्राय व्रत की अवस्था में व्रती अपनी इम्युनिटी पर ध्यान नहीं देते हैं जबकि कोरोनाकाल में हमें उपवास के साथ-साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता पर भी ध्यान चाहिए।
जागरण संवाददाता, देहरादून। व्रत के दौरान इम्यूनिटी को बरकरार रखना बहुत आवश्यक है। ऐसा देखा गया है कि प्राय: व्रत की अवस्था में व्रती अपनी इम्युनिटी पर ध्यान नहीं देते हैं, जबकि कोरोनाकाल में हमें उपवास के साथ-साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता पर भी ध्यान चाहिए। वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. नवीन जोशी के अनुसार चैत्र नवरात्र शुरू हो चुके हैं। ऐसे में जरूरी है कि इस काल मे व्रत के साथ सावधानियां भी रखी जाएं।
चैत्र में प्रारंभ हो रहा नवरात्र ऋतुसंधि के काल में आता है। इसलिए इस वक्त हल्के भोजन का विशेष रूप से महत्व है। इस समय वैसे भी मौसमी बीमारियां मुंह बाये खड़ी रहती हैं। ऐसे में खानपान में की गई लापरवाही हमारी इम्यूनिटी पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है, जिससे वायरल संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है।
नवरात्र में हम भारी भोजन को त्याग करते हैं। व्रत का भी मूल भाव यही है कि हल्का भोजन करना यह हमारे शरीर में बने हुए टॉक्सिंस को निकालने के में बहुत मददगार होता है। पर, कई बार हम उपवास के चक्कर में अपने आप को कमजोर कर लेते हैं। कुछ विशेष सावधानियों को ध्यान में रखते हुए उपवास सर्वथा लाभकारी है।
सावधानियां
-जितना हो सके रसीले फल का सेवन करें। ताकि शरीर में विटामिन और रस धातु की मात्रा पर्याप्त बनी रहे।
-चैत्र नवरात्र के समय मौसम न तो बहुत ज्यादा गर्म होता है और न ही बहुत ज्यादा ठंडा। ऐसे मौसम में एकाग्रता बनाए रखना थोड़ा आसान होता है। एकाग्र मन के साथ किए गए ध्यान से बहुत जल्दी लाभ मिल सकता है। मानसिक तनाव दूर होता है और हम भक्ति, पूजा-पाठ, व्रत-उपवास और अपना काम पूरी एकाग्रता के साथ कर पाते हैं।
-मास्क और शारीरिक दूरी का प्रयोग करते हुए भ्रमण अवश्य करें।
क्या न खाएं
-तले, भुने ,गरिष्ठ आहार को उपवास के तत्काल बाद न लें।
-उपवास के बाद रात्रि में दही का सेवन न करें।
-ठंडे और खट्टे पेय पदार्थों के सेवन से बचें।
-मास, उड़द, कुलथ, मिर्च मसाले और चटपटे आहार के सेवन से बचें।
यह भी पढ़ें- 1938 के बाद पहली बार 11 साल के अंतराल में पड़ा कुंभ, बन रहा वैसा ही योग, जैसे योग में बरसा था अमृत
Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें