एम्स में नौकरी के नाम पर सवा करोड़ की ठगी, आठ के खिलाफ मुकदमा दर्ज
एम्स ऋषिकेश में नौकरी लगाने के नाम पर डेढ़ दर्जन से अधिक युवकों से एक गिरोह ने सवा करोड़ रुपये से अधिक की ठगी कर ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
ऋषिकेश, जेएनएन। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में नौकरी लगाने के नाम पर डेढ़ दर्जन से अधिक युवकों से एक गिरोह ने सवा करोड़ रुपये से अधिक की ठगी कर ली। इस मामले में पीड़ितों ने ऋषिकेश कोतवाली पुलिस को तहरीर दी है। इससे पूर्व पीड़ित युवा प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री सहित पुलिस के आला अधिकारियों को शिकायत भेज चुके हैं।
गुरुवार को इस मामले की शिकायत लेकर कुछ पीड़ित युवा ऋषिकेश कोतवाली पहुंचे। कोतवाली को दी तहरीर में उन्होंने बताया कि दीपक तोमर नाम का एक युवक इस गिरोह का संचालन करता है। आरोप है कि दीपक ने ऋषिकेश एम्स के आसपास अपने लोगों को बिठा रखा है, जो नौकरी की तलाश में यहां आने वाले बेरोजगार युवाओं को अपने जाल में फंसाते हैं।
मुजफ्फरनगर निवासी पंकज कुमार, मेरठ निवासी सचिन कुमार, मंसूरपुर मुजफ्फरनगर निवासी किम्मी पाल, रुड़की निवासी विशु सैनी व ईशु सैनी सहित 19 पीड़ितों ने तहरीर में बताया कि उक्त गिरोह ने एम्स में जेएनएम व एएनएम की नौकरी देने के नाम पर 19 लोगों से करीब एक करोड़ 30 लाख रुपये की रकम ली है।
जिनमें एक व्यक्त से छह लाख, एक से तीन लाख 70 हजार, एक से चार लाख, छह से तीन लाख 50 हजार, आठ से तीन लाख बीस हजार व दो से तीन लाख साठ हजार की रकम ली गई है।पीड़ितों ने बताया कि मुख्य आरोपित स्वयं को प्रदेश के मुख्यमंत्री व पीए का रिश्तेदार बताता है। उसकी पुलिस के अधिकारियों से भी संबंध है। जिसकी आड़ में वह पैसे वापस मांगने पर जान से मारने की धमकी भी दे रहा है।
इस मामले में पुलिस ने गीतांजलि विहार रुड़की हरिद्वार निवासी प्रदीप कुमार पुत्र बालेश्वर की तहरीर पर दीपक तोमर निवासी देहरादून सहित आठ लोगों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने बताया कि संबंधित मामले में मुकदमा दर्ज कर दिया गया है। आरोपितों की धरपकड़ के लिए प्रयास किये जा रहे हैं।
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