'रात में भी जनता की फरियाद सुनेंगे अधिकारी', जानिए पदभार संभालने के बाद और क्या बोले एसएसपी खंडूरी
देहरादून के नए कप्तान जन्मेजय खंडूरी ने रविवार को पदभार ग्रहण कर लिया। उन्होंने कहा कि हर पीड़ित को न्याय मिले यह उनकी प्राथमिकता में रहेगा। उन्होंने कहा कि उनकी सबसे पहली प्राथमिकता जनता की सेवा करना है क्योंकि जनता सत्य के साथ रहती है।
जागरण संवाददाता, देहरादून: अब थाना और चौकी से रात में पीडि़तों को टरकाया नहीं जा सकेगा। दिल्ली की तर्ज पर दून में भी लोग रात में राजपत्रित अधिकारी तक फरियाद लेकर पहुंच सकेंगे। इसके लिए राजपत्रित अधिकारी की रात्रि ड्यूटी लगाई जाएगी। जो पीडि़त की शिकायत सुनने के साथ उस पर कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। इससे पीडि़त को रात में कार्रवाई के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। यह बातें दून के नए पुलिस कप्तान (एसएसपी) जन्मेजय प्रभाकर कैलाश खंडूरी ने रविवार को पदभार संभालने के बाद कहीं।
अपने कार्यालय में पद भार संभालने के बाद नवनियुक्त एसएसपी ने पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि मेरी प्राथमिकता जनता की सेवा करना है। कोशिश रहेगी कि हर पीडि़त को न्याय मिल सके। उन्होंने आगे कहा कि कई बार शिकायतकर्ता सीधे अधिकारी के पास शिकायत लेकर पहुंचता है। इसका कारण पीडि़त का अधिकारी के प्रति विश्वास है। इसलिए अब थाना-चौकियों में भी पब्लिक ओरिएंटेड (जनता उन्मुख) पुलिसिंंग को बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे जनता के मन में थाना-चौकियों के प्रति भी विश्वास बढ़े। यह भी कहा कि अगर थाना-चौकी में किसी पीडि़त की शिकायत नहीं सुनी गई तो उसे गंभीरता से लिया जाएगा। संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
शहर की यातायात व्यवस्था को लेकर पूछे गए सवाल पर एसएसपी ने कहा कि यातायात को दुरुस्त करने के लिए सभी संबंधित विभागों को मिलकर सामूहिक प्रयास करना होगा। तभी प्रभावी कार्ययोजना तैयार की जा सकेगी। कहा कि इसके लिए सभी विभागों के साथ समन्वय स्थापित किया जाएगा।
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कई महत्वूपर्ण पद पर रह चुके खंडूरी
मूल रूप से पौड़ी गढ़वाल के रहने वाले जन्मेजय खंडूरी उत्तराखंड कैडर के वर्ष 2007 बैच के आइपीएस अधिकारी हैैं। उनकी पहली तैनाती 2009 में उधमिसिंंह नगर में बतौर एएसपी थी। इसके बाद वह एएसपी हरिद्वार, एसपी विजिलेंस हेडक्वार्टर, एसपी सीआइडी, एसपी सीएमआइ, एआइजी पीएसी, एडीसी गर्वनर, एआइजी पीएंडएम, एसपी बजट व सीसीटीएनएस, एसएसपी नैनीताल, एसएसपी हरिद्वार, एसएसपी कुंभ मेला, कमांडेंट आइआरबी द्वितीय, एसपी एटीएस और कमांडेंट 40 पीएसी रहे।
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