आइएफएस किशनचंद के बैंक खाते और लॉकर सीज Dehradun News
आय से अधिक संपत्ति के मुकदमे में फंसे आइएफएस किशनचंद के और परिवारीजनों के 17 बैंक खाते और लॉकरों को सीज कर दिया।
देहरादून, जेएनएन। आय से अधिक संपत्ति के मुकदमे में फंसे आइएफएस किशनचंद की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। विजिलेंस ने उनके और परिवारीजनों के 17 बैंक खाते और लॉकरों को सीज कर दिया। इनमें बड़ी मात्रा में नकदी होने का अंदेशा है। इस बीच, छापेमारी में जब्त किए गए दस्तावेजों की स्क्रूटनी भी शुरू कर दी गई है।
भारतीय वन सेवा के अधिकारी किशन चंद के पास वर्तमान में नंदादेवी राष्ट्रीय पार्क के उप निदेशक और अलकनंदा भूमि संरक्षण की जिम्मेदारी है। विभाग में भर्ती प्रकरण, करोड़ों रुपये के निर्माण कार्यों समेत अन्य प्रकरणों को लेकर वह कुछ सालों से विवादों में चल रहे हैं।
प्रारंभिक जांच के बाद विजिलेंस ने उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मुकदमा दर्ज किया। विजिलेंस टीम ने रविवार को उनके घर और ठिकानों पर छापेमारी की गई। जहां बड़ी संख्या में बैंक पासबुक, प्रॉपर्टी और अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं। विजिलेंस की टीम आइएफएस के घर मिले दस्तावेजों की स्क्रूटनी कर रही है। उनके खातों में जमा और निकाली गई रकम की भी जांच की जा रही है।
ताकि यह पता चल सके कि रकम कहां से आई और कहां गई। आइएफएस किशनचंद के अलावा उनकी पत्नी और बच्चों के नाम दर्ज बैंक खाते भी आय से अधिक संपत्ति में शामिल किए गए हैं। उनकी हरिद्वार जिले में ज्वालापुर स्थित आलीशान कोठी और देहरादून की प्रॉपर्टी की कीमत का भी मूल्यांकन किया जा रहा है। विजिलेंस सूत्रों का कहना है कि अभी तक दून और हरिद्वार में उनके नाम करोड़ों रुपये की प्रॉपर्टी की जानकारी मिली है। सत्यापन के बाद इनका आंकलन किया जाएगा।
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कृष्ण कुमार वीके (डीआइजी विजिलेंस) का कहना है कि आरोपित के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा दर्ज हो गया है। मामले की जांच की जा रही है। बैंक खाते और लॉकर सीज कर दिए हैं। प्रॉपर्टी और दूसरे दस्तावेजों की स्क्रूटनी की जा रही है। जल्द आरोपित और परिजनों से पूछताछ कर बयान दर्ज किए जाएंगे।
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