उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भारी बारिश का अलर्ट, पांच दिन बाद खुला बदरीनाथ हाइवे फिर बंद
लामबगड़ भूस्खलन जोन में सोमवार को यातायात के लिए खुला बदरीनाथ हाईवे शाम करीब पांच बजे फिर मलबा आने से बंद हो गया।
देहरादून, जेएनएन। चमोली के लामबगड़ भूस्खलन जोन में सोमवार को यातायात के लिए खुला बदरीनाथ हाईवे शाम करीब पांच बजे फिर मलबा आने से बंद हो गया। मार्ग खुलने पर बदरीनाथ धाम में फंसे करीब एक हजार से अधिक यात्रियों को लामबगड़ भूस्खलन क्षेत्र से कड़ी सुरक्षा में गंतव्य के लिए रवाना किया गया। उत्तरकाशी के चुंगी बड़ेथी में गंगोत्री हाईवे दोपहर करीब दो बजे मलबा आने से बंद हो गया। ऐसे में बदरीनाथ और गंगोत्री यात्रा बाधित है, जबकि केदारनाथ और यमुनोत्री की यात्रा सुचारू चल रही है। वहीं, मौसम विभाग ने अगले चौबीस घंटों में कुछ हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
चमोली के लामबगड़ में पांच दिन से भूस्खलन के कारण बंद पड़ा बदरीनाथ राजमार्ग सोमवार सुबह खोला जा सका। यातायात के लिए मार्ग खुलने के बाद बदरीनाथ में चार दिन से फंसे यात्रियों को पुलिस की सुरक्षा में गंतव्य के लिए रवाना किया गया। शाम करीब पांच बजे अचानक पहाड़ी से मलबा गिरने से लामबगड़ में फिर बदरीनाथ मार्ग बंद हो गया। लोक निर्माण विभाग के अनुसार मार्ग खोलने का काम शुरू कर दिया गया है और मंगलवार तक मार्ग खोले जाने की उम्मीद है।
उधर, उत्तरकाशी के चुंगी बड़ेथी में दोपहर दो बजे मलबा आने से गंगोत्री राजमार्ग अवरुद्ध हो गया। चुंगी बड़ेथी में रुक-रुककर पहाड़ी से मलबा गिर रहा है। फिलहाल गंगोत्री जाने वाले यात्रियों को वैकल्पिक मनेरा बाईपास मार्ग से भेजा जा रहा है।
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कुमाऊं में पिथौरागढ़ में टनकपुर -तवाघाट हाईवे दूसरे दिन भी यातायात के लिए नहीं खोला जा सका। चीन सीमा को जोडऩे वाला तवाघाट-दारमा मार्ग भी बंद है। तवाघाट-नारायणआश्रम सहित जिले के नौ मार्ग बंद हैं। मार्ग बंद होने से सीमांत जिले में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बाधित हो गई है।
अल्मोड़ा में रविवार रात को आकाशीय बिजली गिरने से हवालबाग ब्लॉक के मैंगड़ी गांव में एक मंदिर का गेट और भवन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। मौसम विभाग के अनुसार राज्य के पहाड़ी जिलों के कुछ क्षेत्रों में अगले चौबीस घंटों में भारी वर्षा हो सकती है।