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मां नंदा देवी की छतोली होगी शोभायात्रा में शामिल, हरिद्वार में होगा देव डोलियों का कुंभ स्नान

Haridwar Kumbh Mela 2021 कुंभ महापर्व पर 24 अप्रैल 2021 को त्रिवेणी घाट ऋषिकेश और 25 अप्रैल को कुंभ मेला सभा मंडप पंतदीप हरिद्वार में प्रस्तावित देव डोलियों के स्नान को लेकर श्री देवभूमि लोक संस्कृति विरासतीय शोभायात्रा समिति तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटी है।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Fri, 16 Apr 2021 02:57 PM (IST)Updated: Fri, 16 Apr 2021 02:57 PM (IST)
मां नंदा देवी की छतोली होगी शोभायात्रा में शामिल, हरिद्वार में होगा देव डोलियों का कुंभ स्नान
मां नंदा देवी की छतोली होगी शोभायात्रा में शामिल।

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। Haridwar Kumbh Mela 2021 कुंभ महापर्व पर 24 अप्रैल 2021 को त्रिवेणी घाट ऋषिकेश और 25 अप्रैल को कुंभ मेला सभा मंडप पंतदीप हरिद्वार में प्रस्तावित देव डोलियों के स्नान को लेकर श्री देवभूमि लोक संस्कृति विरासतीय शोभायात्रा समिति तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटी है। समिति के पदाधिकारियों ने देवडोलियों के स्नान को सफल बनाने के लिए राज्य आंदोलनकारियों के साथ ही अन्य संगठनों के साथ समीक्षा बैठक कर शोभायात्रा के रूट और कुंभ स्नान संबंधी बिंदुओं पर चर्चा की।

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श्री देवभूमि लोक संस्कृति विरासतीय शुक्रवार को शोभायात्रा समिति के अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री मोहन सिंह रावत गांववासी और समिति पदाधिकारियों ने गोपाल कुटी में राज्य आंदोलनकारियों के साथ बैठक कर देवडोलियों के कुंभ स्नान पर चर्चा की। अध्यक्ष मोहन सिंह रावत गांववासी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के बीच देवडोलियों का कुंभ स्नान एक बड़ी चुनौती है, लेकिन हमें सुरक्षित रहते हुए इस आयोजन को सफल बनाना है।

उन्होंने बताया कि इस बार देवडोलियों का कुंभ स्नान भगवान सेम नागराजा की मेजबानी में होगा। देवडोलियों की अगवानी भगवान बदरीनाथ का ध्वज करेगा। इस बार पहली बार कार्तिकेय स्वामी की डोली, मां नंदा देवी की दिव्य छतोली भी शामिल होगी। इसके अलावा चार वेद, अठारह पुराण भी देवडोली यात्रा में आकर्षण का केंद्र होंगे।

समिति के उपाध्यक्ष बंशीधर पोखरियाल ने बताया कि 24 अप्रैल को ऋषिकेश में त्रिवेणी घाट पर देवडोलियां, नेजा निशान,  छतोलियों का भव्य स्वागत-सम्मान, पूजन और सामूहिक दिव्य स्नान होगा। शाम साढ़े तीन बजे पारंपरिक वाद्ययंत्रों के साथ सभी देव डोलियां और श्रद्धालु नगर शोभायात्रा के लिए प्रस्थान करेंगे। उन्होंने सभी संगठनों से देवडोलियों के दिव्य दर्शन, कुंभ स्नान व शोभायात्रा को सफल बनाने की अपील की। बैठक में समिति के संयोजक आशाराम व्यास, राज्य आंदोलनकारी मंच के अध्यक्ष वेद प्रकाश शर्मा, डीएस गुसाईं, गंभीर मेवाड़, युद्धवीर सिंह चौहान, राकेश सेमवाल, द्वारिका बिष्ट, रामेश्वरी चौहान, अमिता ममगाईं, लक्ष्मी कठैत, अमरा बिष्ट, सरोजनी रावत, बीरा बिष्ट आदि मौजूद थे।

यह रहेगा रूट प्लान

समिति के संयोजक संजय शास्त्री ने रूट की जानकारी देते हुए बताया कि देहरादून परिक्षेत्र की समस्त देवडोलियां वाया नटराज चौक और रुद्रप्रयाग, पौड़ी, चमोली, श्रीनगर आदि क्षेत्रों की डोलियां वाया तपोवन तथा टिहरी उत्तरकाशी की देवडोलियां वाया नरेंद्रनगर भद्रकाली मंदिर ढालवाला में एकत्र होंगी। यहां भोजन-प्रसाधन के बाद दो बजे सभी देवडोलियां एक साथ अपने-अपने वाहनों के द्वारा इंद्रमणि बडोनी चौक, देहरादून रोड, चारधाम यात्रा बस टर्मिनल होते हुए केवलानंद आश्रम चौक, मायाकुंड से होकर त्रिवेणी घाट पहुंचेंगी। 

सभी वाहन श्रद्धालुओं को वहीं छोड़कर भरत बिहार (डिग्री कॉलेज के सामने) बनी पार्किंग में अपने वाहनों को खड़ा करेंगे। त्रिवेणी घाट पर गंगा स्नान के बाद सभी देवडोलियां शोभायात्रा के रूप में घाट रोड, भरत मंदिर झंडा चौक, देहरादून रोड, रेलवे रोड, तिलक रोड, हरिद्वार रोड से होते हुए भरत विहार में पहुंचेगी। यहां जलपान के बाद सायं छह बजे सभी देव डोलियां हरिद्वार के लिए प्रस्थान करेगी। यात्रा मार्ग में अमित ग्राम, गुमानीवाला, श्यामपुर, नेपाली क्षेत्र, सत्यनारायण, रायवाला, हरिपुर कलां व शांतिकुंज में देव डोलियों पर श्रद्धालु पुष्प वर्षा कर स्वागत करेंगे।

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