दून की नदियों में खतरा बना बजरी और पत्थर, बरसात में बाढ़ की आशंका Dehradun News
दून में रिस्पना-बिंदाल समेत 20 नदी-नालों में 5.24 लाख घनमीटर बजरी-पत्थर आदि जमा है। इससे बाढ़ की स्थिति भी विकट हो सकती है।
देहरादून, सुमन सेमवाल। दून में रिस्पना-बिंदाल समेत 20 नदी-नालों में 5.24 लाख घनमीटर बजरी-पत्थर आदि जमा है। बरसात के समय इतनी बड़ी मात्रा में उपखनिज की यह समग्री न सिर्फ भू-कटाव को बढ़ावा देगी, बल्कि इससे बाढ़ की स्थिति भी विकट हो सकती है। इस मानसून में बाढ़ से जान-माल का नुकसान न हो, इसके लिए प्रशासन ने अभी से कार्रवाई शुरू कर दी है। निर्णय लिया गया है कि अधिक मात्रा में जमा सामग्री की नीलामी की जाए। इस क्रम में कलेक्ट्रेट सभागार में खुली बोली आयोजित की जाएगी।
अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) रामजी शरण शर्मा ने बताया कि बोली के लिए खनिज सामग्री की दर 154 रुपये प्रति घनमीटर तय की गई है। इससे ऊपर के उच्चतम बोलीदाता को उपखनिज के चुगान का काम सौंप दिया जाएगा। कुल 33 स्थलों पर चुगान की अनुमति दी जाएगी। जिसकी कुल लंबाई 22.93 हजार मीटर व अधिकतम चौड़ाई 100 मीटर रहेगी।
संबंधित ठेकेदार स्थल के हिसाब से अधिकतम 2.10 मीटर की गहराई में खुदाई कर सामग्री निकाल सकेंगे। देहरादून सदर के ही इसमें 12 स्थल शामिल है, जबकि डोईवाला, विकासनगर व कालसी विकासखंड के भी चिह्नित नदी-नालों को शामिल किया गया है।
सरकार को मिलेगी 8.07 करोड़ की रॉयल्टी
उपखनिज चुगान के लिए रॉयल्टी से ही सरकार को कम से कम 8.07 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हो जाएगी। यदि प्रशासन उप खनिज चुगान की अनुमति नहीं देता तो बरसात में आपदा का खतरा बना रहता। साथ ही अवैध खनन करने वाले भी यहां से सामग्री निकालते रहते, मगर सरकार को कुछ भी राजस्व नहीं मिल पाता।
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दून शहर के इन हिस्सों से हटेगी सामग्री
रिस्पना नदी
-राजपुर पुल से चंदर रोड पुल के मध्य।
-इंदर रोड पुल से मोहिनी रोड पुल के मध्य।
-मोहिनी रोड पुल से बद्रीश कॉलोनी पुल तक।
-एसटीपी पुल से दौड़वाला पुल तक।
बिंदाल नदी
-न्यू कैंट रोड पुल से पथरियापीर पुल के मध्य।
-गांधीग्राम पुल के अपस्ट्रीम में।
-सत्तो घाटी पुल के अपस्ट्रीम में।
-लाल पुल के अपस्ट्रीम में।
-चंचक पुल के निचले क्षेत्र में।
सुसवा नदी
-इंद्रापुरी फार्म पुल के निचले क्षेत्र में।
-कुड़कावाला पुल के 100 मीटर निचले क्षेत्र से कुड़कावाला बस्ती तक।
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