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Graphic Era के दीक्षा समारोह में गोल्ड मेडल पाकर खिले विद्यार्थियों के चेहरे, 99 गोल्ड मेडल विजेताओं में 61 छात्राएं शामिल

Graphic era university तीन हस्तियों को डीलिट और डीएससी की मानद उपाधि से अलंकृत किया। इनमें हाकी खिलाड़ी रुपिंदर पाल सिंह भी शामिल हैं। ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी का दसवें दीक्षा समारोह रविवार को विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित किया गया।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Sun, 10 Oct 2021 11:33 AM (IST)Updated: Sun, 10 Oct 2021 08:51 PM (IST)
Graphic Era के दीक्षा समारोह में गोल्ड मेडल पाकर खिले विद्यार्थियों के चेहरे, 99 गोल्ड मेडल विजेताओं में 61 छात्राएं शामिल
Graphic Era का 10वां दीक्षा समारोह शुरू, रुपिंदर पाल समेत इन हस्तियों को मिलेगी मानद उपाधि।

जागरण संवाददाता, देहरादून :Graphic Era ग्राफिक एरा डीम्ड विश्वविद्यालय के दसवें दीक्षा समारोह में 99 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया, जिनमें 61 छात्राएं शामिल रहीं। समारोह में ओलिंपियन हाकी खिलाड़ी रुपिंदर पाल सिंह व स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल को डाक्टर आफ लिटरेचर (डीलिट) की उपाधि से नवाजा गया। परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती मुनि महाराज और वानिकी विशेषज्ञ डा.जेपी चंद्रा को डाक्टर आफ साइंस की उपाधि से अलंकृत किया गया। समारोह में स्नातक, स्नातकोत्तर व पीएचडी के 5317 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गईं।

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दीक्षा समारोह के मुख्यअतिथि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के (एआइसीटीई) के चेयरमैन प्रो. अनिल डी. सहस्रबुद्धे ने 99 छात्रों को गोल्ड मेडल, 98 सिल्वर मेडल, 91 ब्रांज मेडल प्रदान किए। जबकि 32 शोधकर्ताओं को इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट व अन्य विषयों में शोध कार्य के लिए पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई। उन्होंने दीक्षा समारोह में छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि जिंदगी में कष्ट सहने पर ही सफलता मिलती है।

उन्होंने युवाओं को आत्मनिर्भर बनने के साथ ही देश की सांस्कृतिक विरासत को सहेजने में योगदान देने का आह्वान किया। कहा कि दीक्षा समारोह में गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाली युवतियों की संख्या 61 होना, यह दर्शाता है कि भारत में मातृशक्ति जागरूक हो रही हैं।

इसके माध्यम से भारत फिर से विश्व गुरु बनने के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है। प्रो. सहस्रबुद्धे ने कहा कि नई शिक्षा नीति का खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समय-समय पर चिंतन और इसकी समीक्षा करते हैं। नई शिक्षा नीति का एक साल होने पर प्रधानमंत्री ने चिंतन किया कि आत्मनिर्भरता के लिए ये शिक्षा नीति कैसे काम कर सकती है। विवि के कुलपति डा. राकेश कुमार शर्मा ने विवि की उपलब्धियों की जानकारी दी। विवि के चांसलर डा.आरसी जोशी ने नए उपाधिधारकों को विवि का एंबेसडर बताया।

 मेडल प्राप्त करने वाले दिलों पर करें राज: स्वामी चिदानंद

दीक्षा समारोह में स्वामी चिदानंद सरस्वती मुनि महाराज ने कहा कि जिंदगी को आप जैसी बनानी चाहो, यह वैसी बन जाती है। उन्होंने कहा कि आज इंटरनेट को इनरनेट से जोडऩे की जरूरत है। जिंदगी में कम्यूनिकेशन, कनेक्शन और कम्पैशन बहुत जरूरी हैं। उन्होंने उपाधि प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं से कहा कि उनके मेडल की सार्थकता तभी है, जब मेडल दीवार पर नहीं, मेडल प्राप्त करने वाले विद्यार्थी आमजन के दिलों पर राज करें। उन्होंने विश्वभर में गिरते भू-जल पर चिंता जताई। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वह पौधारोपण करें, पानी बचाएं और सिंगल यूज प्लास्टिक को पूर्ण प्रतिबंधित करने का अलख पूरे देशभर में जगाएं।

हजारों युवाओं के सपने कर रहे साकार: घनशाला

ग्राफिक एरा एजुकेशनल ग्रुपके अध्यक्ष प्रो. कमल घनशाला ने कहा कि 28 साल पहले ट्रांसफोर्मिंग ड्रीम्स इन टू रियल्टी के रूप में जिस मिशन की शुरुआत की थी, हर साल हजारों युवाओं के सपनों को हकीकत में बदल कर हम उसे आगे बढ़ा रहे हैं। प्रो. घनशाला ने सेना, नौसेना, वायुसेना, इसरो, गूगल आदि में ग्राफिक एरा के युवाओं के चयन का उल्लेख किया। कहा कि काफी युवा ग्राफिक एरा के सेंटर में सुविधाओं का लाभ उठाकर रोजगार देने वालों की श्रेणी में पहुंच गए हैं। उन्होंने 'रुक जाना नहीं तू कहीं हार के...' गीत गाकर बड़े सपने देखने का आह्वान किया।

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