Move to Jagran APP

ईको टूरिज्म से पहाड़ों में रोजगार किया जाएगा पैदा, थमेगा पलायन

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि राज्य सरकार का ईको टूरिज्म पर फोकस है। इससे पहाड़ों में रोजगार के अवसर पैदा होंगे।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Tue, 25 Sep 2018 05:44 PM (IST)Updated: Tue, 25 Sep 2018 05:44 PM (IST)
ईको टूरिज्म से पहाड़ों में रोजगार किया जाएगा पैदा, थमेगा पलायन
ईको टूरिज्म से पहाड़ों में रोजगार किया जाएगा पैदा, थमेगा पलायन

देहरादून, [जेएनएन]: सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि ईको टूरिज्म के माध्यम से पर्वतीय जिलों में रोजगार पैदा किया जाएगा। साथ ही पलायन रोकने पर भी काम होगा। साथ ही विभिन्न ईको टूरिज्म स्पॉट्स और होम स्टे योजना को नजदीकी ट्रैकिंग स्थलों, मंदिरों, अन्य पर्यटक स्थलों से जोड़ने पर बल दिया। 

loksabha election banner

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री आवास में ग्राम्य विकास एवं पलायन आयोग की ईको टूरिज्म रिपोर्ट का विमोचन किया। रिपोर्ट में राज्य में प्रकृति आधारित पर्यटन गतिविधियों का विश्लेषण किया गया है। साथ ही ईको टूरिज्म के माध्यम से पर्वतीय जिलों में रोजगार के अवसर पैदा करने और पलायन रोकने पर भी चर्चा की गई है।

इस दौरान पलायन आयोग ने सुझाव दिया कि सिर्फ एक ही एजेंसी ईको टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन इको टूरिज्म विकास के कार्य करे।ईको टूरिज्म के संबंध में पर्याप्त अद्यतन जानकारी एक वेबसाइट या वेब एप पर उपलब्ध हो। साथ ही जीपीएस सिस्टम को मजबूत किया जाए। ईको टूरिज्म स्थलों पर जल संरक्षण, वर्षाजल संग्रहण, गैर पारंपरिक ऊर्जा के स्रोतों, सुदृढ दूरसंचार व्यवस्था, कचरा प्रबन्धन, शौचालयों का प्रबंध, ईको टूरिज्म में स्थानीय समुदायों की भागीदारी, कुशल यातायात प्रबंधन का प्रावधान किया जाए। 

बैठक में विभिन्न ईको टूरिज्म स्पॉट्स और होम स्टे योजना को नजदीकी ट्रैकिंग स्थलों, मंदिरों, अन्य पर्यटक स्थलों से जोड़ने पर बल दिया गया। ईको टूरिज्म से जुड़ी कौशल विकास कार्यक्रमों को बढ़ाने और महिलाओं को इनसे जोड़ने पर भी चर्चा की गई।

इस दौरान सीएम ने कहा कि ईको टूरिज्म प्रकृति पर निर्भर है। इसलिए प्रकृति का संरक्षण और पारिस्थितिकी संतुलन को बनाए रखना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। राज्य सरकार प्रकृति का संरक्षण करते हुए रोजगार के अवसर बढ़ाने और पलायन रोकने के लिए प्रयासरत है।

सितोन्स्यू में मां सीता का मंदिर

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि पौड़ी गढ़वाल के सितोन्स्यूं में मां सीता का मंदिर, सीता कुटी, विदा कुटी को विकसित किया जाएगा। जल्द ही इस जगह पर चार से पांच किलोमीटर तक की एक पदयात्रा या जातयात्रा का आयोजन किया जाएगा। इसमें मुख्यमंत्री और शासन की वरिष्ठ अधिकारी भी सम्मिलित होंगे। सीएम ने ये भी कहा कि सितोन्स्यूं के निकट ही देवल में लक्ष्मण जी के मंदिर को भी विकसित किया जाएगा।

सचिव पर्यटन को विशेष निर्देश

मुख्यमंत्री ने ईको टूरिज्म रिपोर्ट को लेकर पर्यटन सचिव को निर्देश दिए हैं कि राफ्टिंग पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए उपाय किए जाए। सुरक्षा मानकों के सुधार पर विशेष फोकस किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने पर्यटकों की सुविधा के लिए वेबसाइट पर होम स्टे की पूरी जानकारी उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए।

यह भी पढ़ें: कार्बेट-राजाजी से लगे क्षेत्रों में सरकार कराएगी सर्वे

यह भी पढ़ें: उत्‍तराखंड से पलायन थामने को ईको टूरिज्म पर फोकस


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.