अंतरराष्ट्रीय मानकों पर विकसित होगी चौरासी कुटी, पुरातन स्वरूप का किया जाएगा संरक्षण
स्वर्गाश्रम (ऋषिकेश) स्थित महर्षि महेश योगी के शंकराचार्य नगर (चौरासी कुटी) का अंतरराष्ट्रीय मानकों को ध्यान में रखकर विकास होगा।
By Edited By: Published: Sat, 04 Jul 2020 03:00 AM (IST)Updated: Sat, 04 Jul 2020 08:06 AM (IST)
ऋषिकेश, जेएनएन। वन मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि स्वर्गाश्रम (ऋषिकेश) स्थित महर्षि महेश योगी के शंकराचार्य नगर (चौरासी कुटी) का अंतरराष्ट्रीय मानकों को ध्यान में रखकर विकास होगा। स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड ने इसके लिए हरी झंडी दे दी है। इसके साथ ही बोर्ड ने यमकेश्वर ब्लॉक स्थित कौड़िया-किमसार मार्ग के पक्कीकरण को भी मंजूरी प्रदान कर दी है।
ऋषिकेश आगमन पर बातचीत में वन मंत्री ने बताया कि चौरासी कुटी संगीत, धर्म और आस्था ही नहीं, वाइल्ड लाइफ की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। इसके लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टेंडर प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी। इसका दायित्व प्रमुख सचिव आनंदवर्धन को सौंपा गया है। कहा कि भावातीत ध्यान केंद्र के रूप में प्रसिद्ध चौरासी कुटी के पुरातन स्वरूप का संरक्षण करते हुए इसे भव्यता प्रदान की जाएगी।
इसके लिए राज्य वन्य जीव-जंतु संरक्षण बोर्ड ने सहमति दे दी है। वन मंत्री ने बताया कि बोर्ड ने यमकेश्वर ब्लॉक स्थित कौड़िया-किमसार मार्ग के पक्कीकरण को भी मंजूरी प्रदान कर दी है। इसके अलावा केंद्र और राज्य स्तर से बीन नदी पर पुल निर्माण की अनुमति मिल चुकी है। इससे जल्द पेड़ छपान शुरू हो जाएगा। इस मौके पर मंडी समिति के पूर्व अध्यक्ष राकेश अग्रवाल, उद्यमी एसके पंत, मनोज पंवार, शिव कुमार गौतम, लव कांबोज आदि मौजूद रहे।
संजय झील योजना आगे नहीं बढ़ी
वन मंत्री हरक सिंह रावत ने स्वीकारा कि ऋषिकेश में संजय झील योजना आगे नहीं बढ़ पाई। यह क्षेत्र उत्तर भारत के लिए एक अनोखा दर्शनीय स्थल बन सकता है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लिए गंगा अवतरण की थीम पर योजना बनाने की कोशिश की जाएगी। वन मंत्री के अनुसार ऋषिकेश में ट्रेंचिंग ग्राउंड के लिए स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड ने भूमि के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अब केंद्रीय बोर्ड की मंजूरी मिलनी बाकी है।
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