चोरी की कार के साथ गैराज संचालक गिरफ्तार
पुलिस ने कार चोरी के मामले में गैराज संचालक को कार सहित गिरफ्तार किया है। गैराज संचालक के हाथ एक साल पहले कार की चाबी लगी थी, तभी से वह कार चोरी की योजना बना रहा था।
देहरादून, [जेएनएन]: नगर कोतवाली पुलिस ने कचहरी से हुई कार चोरी के मामले में गैराज संचालक को कार सहित गिरफ्तार किया है। गैराज संचालक के हाथ एक साल पहले कार की चाबी लगी थी, तभी से वह कार चोरी की योजना बना रहा था। 13 जुलाई को मौका मिलते ही उसने कार चोरी कर ली। आरोपित मूल रूप से दिल्ली का रहने वाला है। एसएसपी ने पुलिस टीम को ढाई हजार इनाम की घोषणा की है।
पुलिस कार्यालय में पत्रकार वार्ता में एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि 13 जुलाई को प्रॉपर्टी डीलर पंकज काला पुत्र यूडी काला निवासी राजेश्वर नगर, सहस्रधारा रोड की कचहरी परिसर से क्रेटा कार चोरी हो गई थी। तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर कार की तलाश शुरू की गई। सीसीटीवी फुटेज और आसपास के लोगों से पूछताछ की गई, लेकिन सुराग नहीं मिला। जब कार कंपनी से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि कंपनी की सभी कार इलेक्ट्रानिक हैं।
यदि कोई डुबलीकेट चाबी से उसे स्टार्ट करेगा तो कार स्टार्ट नहीं होगी। इसके बाद कार मालिक से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि एक साल पहले कार की एक चाबी खो गई थी। तभी से वह दूसरी चाबी का इस्तेमाल कर रहे थे। जब चाबी के गुम होने के स्थान के बारे में जानकारी ली गई तो पता चला कि वहां एक धर्मेंद्र नाम का व्यक्ति कार वाशिंग का गैराज चलाता है।
वह पंकज काला के ऑफिस में भी आता जाता है। पुलिस ने धर्मेद्र के बारे में पूछताछ की तो पता चला कि वह 13 जुलाई को हरिद्वार गया था और उसी दिन वापस देहरादून आ गया था। अगले दिन मेरठ व दिल्ली भी गया। जिससे पुलिस को उस पर शक हुआ। मंगलवार को सूचना मिली कि धर्मेद्र किसी कार को बेचने के लिए मेरठ जा रहा है। सूचना पर पुलिस ने आशारोड़ी चेक पोस्ट पर कार को रोककर चेकिंग की गई तो आरोपित कागजात नहीं दिखा पाया।
जब चेसिस और इंजन का नंबर ट्रेस किया गया तो पता चला कि यह कार चोरी की है। कार पर उसने फर्जी नंबर प्लेट भी लगा रखी थी। सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपित धर्मेद्र सिंह पुत्र बलबिंदर सिंह निवासी डाडा लखौंड, आइटीपार्क रोड मूल निवासी ग्रेटर कैलाश, नई दिल्ली ने कार चोरी स्वीकार कर ली। जिसके बाद कार को जब्त कर उसे गिरफ्तार कर लिया। कर्जा चुकाने के लिए चोरी की थी कार धर्मेद्र ने बताया की वह परिवार सहित चार वर्ष पहले दिल्ली से देहरादून आया था। उसने किराये पर दुकान लेकर गैराज बनाया।
साथ ही प्रॉपर्टी डीलिंग भी करने लगा। इस काम में उसे घाटा होने से उस पर कर्जा हो गया था। उसने बताया कि एक साल पहले उसे पंकज काला की कार की चाबी मिली थी। तब से वह कार चोरी की योजना बना रहा था। 13 जुलाई को मौका देखकर उसने कार चोरी कर ली। जिसके बाद वह कार बेचने के चक्कर में था। मंगलवार को वह कार को बेचने मेरठ जा रहा था।
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