देहरादून: पांच करोड़ की धोखाधड़ी करने वाला गुरुग्राम से गिरफ्तार, पुलिस से बचने को बदलता रहता था ठिकाना
देहरादून में भूमि दिलाने के नाम पर पांच करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने वाले आरोपित को राजपुर थाना पुलिस ने गुरुग्राम हरियाणा से गिरफ्तार किया है। आरोपित पहले भी धोखाधड़ी के अन्य मामलों में जेल जा चुका है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। देहरादून में भूमि दिलाने के नाम पर पांच करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने वाले आरोपित को राजपुर थाना पुलिस ने गुरुग्राम, हरियाणा से गिरफ्तार किया है। आरोपित पहले भी धोखाधड़ी के अन्य मामलों में जेल जा चुका है। फिलहाल, आरोपित शख्स को अदालत के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
राजपुर थानाध्यक्ष राकेश शाह ने बताया कि अनिल भाटी मूल निवासी गुरुग्राम हाल निवासी नेचर विला, लालतप्पड़ ने नौ जून 2019 को थाने में तहरीर दी थी कि आरोपित मोहनलाल ने उन्हें मसूरी रोड स्थित ढाकपट्टी में भूमि दिखाई थी। दोनों के बीच सौदा 12 करोड़ में तय हुआ था। मोहनलाल ने पांच करोड़ रुपये चेक और कैश के रूप में ले लिए। कुछ समय बाद जब अनिल भाटी भूमि का निरीक्षण करने गए तो पता लगा कि जो भूमि मोहनलाल ने दिखाई वह किसी और की थी। मोहनलाल ने अपनी गलती मानते हुए पांच करोड़ रुपये के दो चेक दिए, जो खाते में पैसे न होने के कारण वापस हो गए।
थानाध्यक्ष ने बताया कि नौ जून 2019 को मोहनलाल निवासी हाउसिंग बोर्ड एक्सटेंशन, गुरुग्राम के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपित की तलाश में संभावित स्थानों पर दबिश दी, लेकिन वह हाथ नहीं लगा। पुलिस से बचने के लिए मोहनलाल लगातार अपने ठिकाने बदलता रहा। उसने अपने मोबाइल फोन भी बंद कर दिए। सूचना के आधार पर पुलिस ने गुरुवार की शाम आरोपित को लक्ष्मी बाजार, विजय पार्क, गुरुग्राम से गिरफ्तार कर लिया। मोहनलाल पहले भी धोखाधड़ी के अन्य मामलों में जेल जा चुका है। आरोपित को अदालत के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ गैंगस्टर के तहत करें कार्रवाई
ऑनलाइन, भूमि, किटी व चिट फंड धोखाधड़ी करने वाले आरोपितों के खिलाफ दून पुलिस ने शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है। डीआइजी अरुण मोहन जोशी ने धोखाधड़ी व ठगी के मुकदमों की समीक्षा करते हुए सभी सीओ को अपराधों के शीघ्र अनावरण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन आरोपितों के खिलाफ एक से अधिक मुकदमे दर्ज होंगे, उनके खिलाफ तुरंत गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करें।
डीआइजी ने निर्देश दिए कि सभी सीओ अपने-अपने सर्किल के थानों में धोखाधड़ी के अंतर्गत दर्ज मुकदमों की अपराधवार साप्ताहिक समीक्षा करेंगे। अभियानों के अनावरण एवं ठगी गई संपत्ति की बरामदगी के लिए सर्किलवार टीमों का गठन करेंगे। उन्होंने कहा कि एसपी सिटी व ग्रामीण धोखाधड़ी से संबंधित अपराधों की सर्किलवार पाक्षिक रूप से समीक्षा करेंगे। प्रत्येक अपराध के अनावरण के लिए पूरे प्रयास किए जाएं। वह स्वयं सभी अपराधों की दोबारा समीक्षा करेंगे।
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