एमबीबीएस में दाखिले के नाम पर 31 लाख रुपये की ठगी Dehradun News
एमबीबीएस में दाखिला दिलाने के नाम पर देहरादून के तीन जालसाजों ने गाजियाबाद के ठेकेदार के परिवार से 31 लाख रुपये की ठगी कर ली।
देहरादून, जेएनएन। मैनेजमेंट कोटा से एमबीबीएस में दाखिला दिलाने के नाम पर देहरादून के तीन जालसाजों ने गाजियाबाद के ठेकेदार के परिवार से 31 लाख रुपये की ठगी कर ली। परिवार का आरोप है कि इसी सदमे में उनके परिवार के एक सदस्य की मौत हो गई। आरोप यह भी है कि जालसाज रकम वापस मांगने पर जानमाल की धमकी दे रहे हैं। मामले में डालनवाला कोतवाली पुलिस ने तीन आरोपितों के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।
जगदीश सैनी निवासी वसुंधरा एनक्लेव, गाजियाबाद की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया है। उनका आरोप है कि वर्ष 2018 में उनके भाई सुरेश सैनी की मुलाकात दून के डालनवाला निवासी योगराज सैनी से हुई। उसने बताया कि उसकी एसजीआरआर मेडिकल कॉलेज ऑफ साइंस एंड टेक्नालॉजी में अच्छी पकड़ है। वह उनकी बेटी का मैनेजमेंट कोटे से एमबीबीएस में दाखिला करा देगा। उसने देहरादून के ही देवेंद्र नेगी और सरनदीप सिंह से मुलाकात कराई।
बताया कि यह दोनों मेडिकल कॉलेज में पार्टनर हैं। तीनों ने कहा कि इस काम के लिए 45 लाख रुपये लगेंगे। इसमें से तीस लाख रुपये कैश दिए गए। बाकी की रकम डिमांड ड्राफ्ट के जरिये देनी थी।
शेष रकम में से साढ़े आठ लाख रुपये का डिमांड ड्राफ्ट दिया गया, जबकि इतनी ही रकम फिर कैश में मांगी गई। जब डिमांड ड्राफ्ट के जरिये दी जाने वाली रकम को भी नकद में मांगा गया तो शक हो गया। फिर भी तीनों ने भरोसा दिलाया कि जल्द ही उनकी बेटी का दाखिला हो जाएगा। लेकिन अगस्त 2018 में जब दाखिले की लिस्ट जारी हुई तो उसमें उनकी भतीजी का नाम नहीं था।
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इस पर आपत्ति की गई तो तीनों ने बीस लाख का चेक वापस किया, लेकिन वह तकनीकी कारणों से कैश नहीं हुआ। जब पुलिस में जाने की बात कही गई तो योगराज ने अपने खाते से सुरेश के खाते में सात लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। लेकिन बाकी रकम के दिए गए चेक बाउंस हो गए। इस बीच उनके भाई सुरेश की सदमे के चलते मौत हो गई। डालनवाला इंस्पेक्टर मणिभूषण श्रीवास्तव ने बताया कि मामले में तीनों आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
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