फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा पर वन मंत्री बोले यदि जांच में मिली खामियां तो सरकार करेगी आगे विचार
वन व पर्यावरण मंत्री डा हरक सिंह रावत ने कहा वन आरक्षी पद की भर्ती परीक्षा में यदि जांच में व्यापक प्रदेश स्तर पर खामियां प्रमाणित हुईं तो सरकार फिर आगे के बिंदुओं पर विचार करेगी।
हरिद्वार, जेएनएन। वन व पर्यावरण मंत्री डा हरक सिंह रावत ने कहा वन आरक्षी पद की भर्ती परीक्षा में पारदर्शिता के लिए अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को परीक्षा कराने की जिम्मेदारी थी। इसमें जो अनियमितता सामने आई है, उसकी जांच पुलिस कर रही है। यदि किसी एक सेंटर पर फर्जीवाड़ा होने की बात साबित होती है तो पूरे प्रदेश के केंद्रों पर हुई परीक्षा निरस्त करने का कोई औचित्य नहीं।
वन एवं पर्यावरण मंत्री डा हरक सिंह रावत भूपतवाला के निष्काम सेवा ट्रस्ट में आयोजित मंडल अध्यक्ष प्रशिक्षण वर्ग में आए संगठन के राष्ट्रीय पदाधिकारियों से मिलने पहुंचे थे। उन्होंने कहा यदि जांच में और व्यापक प्रदेश स्तर पर खामियां प्रमाणित हुईं तो सरकार फिर आगे के बिंदुओं पर विचार करेगी। उन्होंने सरकार के काम काज की सराहना करते हुए कहा 2020 को हम रोजगार वर्ष के रूप में मना रहे हैं। युवाओं को रोजगार देना प्राथमिकता है।
उन्होंने नौकरशाही से मनमुटाव या नौकरशाही के हावी होने के सवाल का गोलमोल जवाब देते हुए कहा लोकतंत्र में सबको राय देने का हक है। कई बार हम राजनीतिक नजरिए से चीजों को देखते हैं और अधिकारी नियमों के अनुसार। नौकरशाही की राय भी कई बार अच्छी होती है। हरिद्वार में ईएसआई अस्पताल निर्माण में देरी के सवाल पर कहा जमीन न मिलने से विलंब हो रहा है। सिडकुल और जिला प्रशासन से सिडकुल क्षेत्र में जमीन उपलब्ध कराने को कहा है जमीन मिलते ही इस पर कदम उठाए जाएंगे।
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