Move to Jagran APP

इस अमेरिकी युगल ने गंगातट पर अग्नि को साक्षी मान लिए सात फेरे

अमेरिकी युगल ने गंगातट पर हिंदू रीति रिवाज से शादी की। उन्होंने देवोत्थान एकादशी के महत्व को देखते हुए शादी के लिए इसदिन को चुना।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Tue, 20 Nov 2018 03:35 PM (IST)Updated: Tue, 20 Nov 2018 08:50 PM (IST)
इस अमेरिकी युगल ने गंगातट पर अग्नि को साक्षी मान लिए सात फेरे
इस अमेरिकी युगल ने गंगातट पर अग्नि को साक्षी मान लिए सात फेरे

ऋषिकेश, जेएनएन। पश्चिम की भौतिकता से दूर विदेशी मेहमान गंगा के उद्गम स्थल उत्तराखंड हिमालय के हमेशा से कायल रहे हैं। यही कारण है कि गंगातट पर भारतीय संस्कृति से प्रभावित विदेशी यहां हिंदू रीति रिवाज से विवाह बंधन में बंधते आते रहे हैं। सोमवार को देव एकादशी पर अमेरिकी युगल ने गंगातट पर अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लिए। 

loksabha election banner

परमार्थ निकेतन गंगातट पर सोमवार को अमेरिका निवासी एडम जेम्स मॉरो और न्यूजर्सी निवासी एग्नीच्का सबासे हिंदू रीति-रिवाज से शादी के बंधन में बंधे। परमार्थ निकेतन के आचार्य प्रेमलाल नवानी ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ विधि-विधान से दोनों का विवाह संपन्न कराया। 

इस दौरान दोनों ने अग्नि को साक्षी मानते हुए सात फेरे लिए और एक-दूसरे को वरमाला डाली। नव दंपती ने हवन में भी आहूती डाली। उन्होंने बताया कि देवोत्थान एकादशी के महत्व के बारे में उन्होंने पढ़ा था। यही कारण है कि उन्होंने इस दिन को अपने विवाह के लिए चुना। 

यह भी पढ़ें: इटली के स्टेफानो और जूलिया ने गढ़वाली रीति-रिवाज से की शादी

यह भी पढ़ें: न्यूजीलैंड की ट्रयूडी संग जखोली के अर्जुन ने लिए सात फेरे

यह भी पढ़ें: प्रेमचंद अग्रवाल को सीपीए में इंडिया रीजन के प्रतिनिधि के रूप में किया नामित


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.