त्योहारी सीजन में भी सो रहा खाद्य सुरक्षा विभाग, कुट्टू का आटा खाकर जब बीमार हुए लोग तब खुली नींद
बाजार में अब तक न किसी प्रतिष्ठान पर छापेमारी की गई और न खाद्य पदार्थो के नमूने ही लिए गए। रुड़की में कुट्टू के आटे की पकौड़ी खाने के बाद बड़ी संख्या में लोगों की तबीयत बिगड़ी तब दून में भी अधिकारी हरकत में आए।
देहरादून, जेएनएन। खाद्य सुरक्षा विभाग त्योहारी सीजन में भी सो रहा है। बाजार में अब तक न किसी प्रतिष्ठान पर छापेमारी की गई और न खाद्य पदार्थों के नमूने ही लिए गए। रुड़की में कुट्टू के आटे की पकौड़ी खाने के बाद बड़ी संख्या में लोगों की तबीयत बिगड़ी, तब दून में भी अधिकारी हरकत में आए। जिला अभिहित अधिकारी जीसी कंडवाल ने अब तीन टीमें बनाकर उन्हें सैंपलिंग के निर्देश दिए हैं। इनमें एक टीम विकासनगर और सहसपुर, दूसरी ऋषिकेश के साथ ही डोईवाला और तीसरी नगर निगम क्षेत्र में अभियान चलाएगा। इस दौरान कुट्टू के आटे के साथ ही अन्य खाद्य पदार्थो की भी सैंपलिंग की जाएगी।
शारदीय नवरात्र के शुरू होने के पहले दिन रुड़की में व्रत के बाद कुट्टू के आटे की पकौड़ी खाने से 50 से ज्यादा की तबीयत खराब हो गई। इस पर वहां खाद्य सुरक्षा विभाग ने इस आटे के सैंपल लिए हैं। साथ ही इस बारे में आम जन को जागरूक भी किया जा रहा है। पर ताज्जुब देखिए कि राजधानी का खाद्य सुरक्षा विभाग शायद इस घटना का ही इंतजार कर रहा था।
त्योहारी सीजन की शुरुआत हो चुकी है, लेकिन विभाग का अभियान अभी तक शुरू नहीं हुआ। हां, रुड़की में यह मामला सामने आने के बाद जरूर खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को अभियान चलाकर कुट्टूके आटे की सैंपलिंग के निर्देश दिए हैं। जिला अभिहित अधिकारी का कहना है कि विभागीय टीमें सोमवार से शहर और आसपास अभियान चलाएंगी।
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इसमें न केवल कुट्टू का आटा, बल्कि अन्य खाद्य पदार्थों की भी सैंपलिंग की जाएगी। उन्होंने आम जन से अपील की है कि कुट्टू का आटा खरीदते वक्त इसको अच्छे से परख कर लें। अगर आटे में फंगस लगी है तो यह हानिकारक साबित हो सकता है। इस कारण फूड प्वाइजनिंग का खतरा रहता है। किसी विश्वसनीय और परिचित दुकान से ही आटा लें।