कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव को करें गाइडलाइन का पालन
कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए तय गाइडलाइन का कड़ाई से पालन करना होगा। यही एकमात्र उपाय है। मास्क सैनिटाइजेशन शारीरिक दूरी आदि के बगैर इस महामारी पर नियंत्रण मुश्किल है। वेबिनार के दौरान स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने यह विचार व्यक्त किए।
जागरण संवाददाता, देहरादून। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए तय गाइडलाइन का कड़ाई से पालन करना होगा। यही एकमात्र उपाय है। मास्क, सैनिटाइजेशन, शारीरिक दूरी आदि के बगैर इस महामारी पर नियंत्रण मुश्किल है। कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग, यूनिसेफ और प्रेस सूचना ब्यूरो की ओर से बुधवार को आयोजित वेबिनार के दौरान स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने यह विचार व्यक्त किए। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि किसी धार्मिक ग्रंथ की तरह की कोविड गाइडलाइन का भी अक्षरश: पालन किया जाना चाहिए। तभी हम इस महामारी से निकाल पाएंगे।
स्वास्थ्य निदेशक डॉ. एसके गुप्ता ने कहा कि कोरोना वायरस का प्रसार कोविड मानकों का कड़ाई से पालन करने से ही रुक सकता है। उन्होंने कहा कि देश व दुनिया में जहां पर भी शारीरिक दूरी, मास्क और सैनिटाइजेशन का पूरी तरह पालन किया गया, वहां संक्रमण काफी हद तक नियंत्रण में रहा है। उन्होंने कहा कि वायरस का प्रसार जितना अधिक होगा संक्रमण के कारण मौत की संख्या भी उतनी ही बढ़ेगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रलय के एडीजी मीडिया डॉ. मनीष वर्मा ने कहा कि कोरोना को लेकर आमजन को जागरुक करने में मीडिया की अहम भूमिका है। नेशनल एईएफआइ कमेटी में सलाहकार डॉ. एनके अरोड़ा ने कहा कि देश में संक्रमण के मामले बढ़ने के पीछे मुख्य कारण यह है कि आमजन ने कोविड मानकों का पालन छोड़ दिया है। ऐसे में वायरस को प्रसार का मौका मिल रहा है।
कहा कि वैक्सीन लगने के बाद व्यक्ति संक्रमित हो सकता है, पर वायरस का उस पर गंभीर प्रभाव नहीं होगा। कार्यक्रम के दौरान दून के एसपी क्राइम प्रकाश चंद्रा ने सभी से संक्रमण को रोकने में अपनी भागीदारी निभाने की अपील की।
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