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दून अस्पताल पर मरीजों का दबाव बढ़ा तो दिखने लगी खामियां

दून अस्पताल पर मरीजों का दबाव बढ़ने के साथ ही अब कई स्तर पर खामियां दिखने लगी हैं। शनिवार को यहां वार्ड-14 में भर्ती कोरोना के मरीजों ने हंगामा किया।

By Sunil NegiEdited By: Published: Sun, 07 Jun 2020 10:21 AM (IST)Updated: Sun, 07 Jun 2020 10:21 AM (IST)
दून अस्पताल पर मरीजों का दबाव बढ़ा तो दिखने लगी खामियां

देहरादून, जेएनएन। दून अस्पताल पर मरीजों का दबाव बढ़ने के साथ ही अब कई स्तर पर खामियां दिखने लगी हैं। शनिवार को यहां खाना ठीक न देने व सफाई व्यवस्था दुरुस्त न होने पर वार्ड-14 में भर्ती कोरोना के मरीजों ने हंगामा किया। उन्होंने व्यवस्थागत खामियों को इंगित करती तस्वीरें व वीडियो भी वायरल किए। अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें समझा-बुझाकर शांत कराया।

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शनिवार सुबह अस्पताल कर्मचारी वार्ड में चाय लेकर पहुंचे थे। लेकिन चाय ठंडी थी और कप ढका नहीं था। जिस पर हंगामा हो गया और सभी ने चाय वापस कर दी। वहीं, उन्होंने खाने में सूखी ब्रेड, पतला दूध और कम सब्जी देने का भी आरोप लगाया। वार्डो में सफाई को लेकर भी उन्होंने सवाल उठाए। कहा कि यहां व्याप्त गंदगी से संक्रमण का खतरा है। अस्पताल के डिप्टी एमएस डॉ. एनएस खत्री ने कहा कि वार्ड में खाना डाइट चार्ट के हिसाब से दिया जा रहा है। सफाई का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। कुछ लोग बिना वजह माहौल खराब कर रहे हैं और अन्य मरीजों को भी उकसा रहे हैं।

चार लोगों को होटल भेजा

डॉ.खत्री ने बताया कि एक आढ़ती और आइआरडीई के वैज्ञानिक समेत चार लोगों को उनकी इच्छा के मुताबिक होटल में भेज दिया गया है। यहां वह खर्चा खुद वहन करेंगे। इन्हें कोई लक्षण नहीं है। मेडिकल टीम होटल में भी मौजूद है।

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दून अस्पताल में दस बेड की डायलिसिस यूनिट जल्द

गुर्दा रोग से पीड़ित मरीजों के लिए राहत वाली खबर है। उन्हें डायलिसिस के लिए अब दिक्कत नहीं उठानी पड़ेगी। दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दस बेड की नई डायलिसिस यूनिट शुरू की जा रही है। इसके लिए मशीनें ऑर्डर कर दी गई हैं। बेड लगाने का काम भी शुरू कर दिया है। वर्तमान में दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल को कोविड अस्पताल बना दिया है। ऐसे में डायलिसिस कराने वाले मरीजों को दिक्कत हो रही है। आइसीयू में एक मशीन कोरोना के मरीजों के लिए लगाई गई है। वहीं, पुरानी यूनिट में इमरजेंसी में ही मरीजों की डायलिसिस की जा रही है। उधर, कोरोनेशन अस्पताल में पीपीपी मोड पर डायलिसिस यूनिट चल रही है। मगर वहां सीमित संख्या में ही डायलिसिस हो पाते हैं। प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने बताया कि दस बेड की यूनिट नई बिल्डिंग में शुरू होगी।

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