Move to Jagran APP

विशेषज्ञ तय करेंगे, हाथी को जंगल में छोड़ना है या नहीं

बिगड़ैल टस्कर के स्वास्थ्य और व्यवहार के परीक्षण के लिए वन्यजीव महकमे ने पांच विशेषज्ञों की समिति गठित कर दी है। जो तय करेगी कि हाथी को जंगल में छोड़ना है या नहीं।

By Edited By: Published: Mon, 21 Jan 2019 08:11 PM (IST)Updated: Tue, 22 Jan 2019 06:26 PM (IST)
विशेषज्ञ तय करेंगे, हाथी को जंगल में छोड़ना है या नहीं

देहरादून, राज्य ब्यूरो। राजाजी टाइगर रिजर्व से लगे हरिद्वार के बीएचईएल क्षेत्र से पकड़े गए बिगड़ैल टस्कर के स्वास्थ्य और व्यवहार के परीक्षण के लिए वन्यजीव महकमे ने पांच विशेषज्ञों की समिति गठित कर दी है। यह समिति दो सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी और फिर इसके आधार पर ही टस्कर को कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के जंगल में छोड़ने अथवा न छोड़ने के बारे में निर्णय लिया जाएगा। 

loksabha election banner
बीएचईएल क्षेत्र में पिछले वर्ष सक्रिय रहे टस्कर ने तीन लोगों को मार डाला था, जबकि तीन को घायल कर दिया था। इसके बाद दिसंबर में इसे मानव के लिए खतरनाक घोषित कर बीएचईएल क्षेत्र से ही पकड़ा गया। वर्तमान में इस हाथी का राजाजी टाइगर रिजर्व के अंतर्गत मिट्ठावाली में बनाई गई क्रॉल (बिगड़ैल हाथियों को सुधारने के लिए विशेष बाड़ा) में उपचार दिया जा रहा है। इस बीच हाथी को पकड़ने और उसके कथित उत्पीड़न को लेकर पीएफए ने ऐतराज जताया। 
यही नहीं, दिल्ली तक इसकी गूंज रही और केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने इस हाथी को तुरंत रिलीज करने के लिए राज्य सरकार को पत्र लिखा था। हाल में वन मंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में हाथी को कार्बेट के घने जंगल में छोड़ने का निश्चय किया गया, लेकिन इससे पहले प्रमुख वन संरक्षक वन्यजीव मोनिष मल्लिक को सभी पहलुओं की पड़ताल के लिए निर्देशित किया गया। 
इस कड़ी में मल्लिक ने इस हाथी के स्वास्थ्य और व्यवहार के संबंध में परीक्षण के लिए पांच विशेषज्ञों की समिति गठित की है। समिति में सेवानिवृत्त अपर वन महानिदेशक विनोद ऋषि, प्रोजेक्ट एलीफेंट के पैनल सदस्य डॉ. केके शर्मा, भारतीय वन्यजीव संस्था के वैज्ञानिक डॉ.पीके मलिक, विश्व प्रकृति निधि के कंसलटेंट डॉ. अजय देसाई और भारतीय वन्यजीव संस्थान के निदेशक द्वारा नामित विषय विशेषज्ञ को शामिल किया गया है। प्रमुख वन संरक्षक वन्यजीव मल्लिक के अनुसार यह समिति दो सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देगी। इसके आधार पर हाथी के संबंध में फैसला लिया जाएगा।

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.