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मेनका गांधी की चिट्ठी लार्इ रंग, जंगल में छोड़ा जाएगा बिगड़ैल हाथी

केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी के हस्तक्षेप के बाद अब हरिद्वार के बीएचईएल क्षेत्र से पकड़े गए बिगड़ैल टस्कर को कार्बेट टाइगर रिजर्व के घने जंगल में छोड़ा जाएगा।

By Edited By: Published: Thu, 17 Jan 2019 10:01 PM (IST)Updated: Fri, 18 Jan 2019 03:22 PM (IST)
मेनका गांधी की चिट्ठी लार्इ रंग, जंगल में छोड़ा जाएगा बिगड़ैल हाथी
मेनका गांधी की चिट्ठी लार्इ रंग, जंगल में छोड़ा जाएगा बिगड़ैल हाथी
देहरादून, राज्य ब्यूरो। केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी के हस्तक्षेप के बाद अब हरिद्वार के बीएचईएल क्षेत्र से पकड़े गए बिगड़ैल टस्कर को कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के घने जंगल में छोड़ा जाएगा। वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई विभागीय अधिकारियों की बैठक में यह फैसला लिया गया। 
हाथी को वर्तमान में राजाजी टाइगर रिजर्व के अंतर्गत मिट्ठावाली में बनाई गई क्रॉल (बिगड़ैल हाथियों को सुधारने के लिए विशेष बाड़ा) में उपचार देने के साथ ही ट्रेंड भी किया जा रहा है। बीएचईएल क्षेत्र में पिछले वर्ष सक्रिय रहे टस्कर ने तीन लोगों को मार डाला था, जबकि तीन को घायल किया था। इसके बाद दिसंबर में इसे मानव के लिए खतरनाक घोषित कर बीएचईएल क्षेत्र से ही पकड़ा गया। इस मामले में हाथी के कथित उत्पीड़न को लेकर पीपुल फॉर एनिमल ने ऐतराज जताया था। बाद में केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने भी राज्य सरकार को पत्र लिखकर इस हाथी को क्रॉल से मुक्त कर तुरंत जंगल में छोड़ने का आग्रह किया। केंद्रीय मंत्री की चिट्ठी के मद्देनजर गुरुवार को इस पर मंथन किया गया। 
वन मंत्री डॉ. रावत के अनुसार बैठक में तय किया गया कि सभी तथ्यों से केंद्रीय मंत्री को अवगत कराया जाएगा। साथ ही निर्णय लिया गया कि मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक सभी पहलुओं की पड़ताल कर फैसला लेंगे। हाथी को कार्बेट टाइगर रिजर्व के घने जंगल में छोड़ा जाएगा। रेडियो कॉलर के जरिये विभाग की टीम इस पर निरंतर निगरानी रखेगी। यदि हाथी फिर से आबादी के करीब आता है तो उसे पकड़ लिया जाएगा। साथ ही इस पहल के जरिये जंगली हाथियों के संरक्षण की कार्ययोजना तैयार करने पर भी विचार किया जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट तक जाएगी सरकार 
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व से गुजरने वाले कोटद्वार-रामनगर वन मार्ग पर संचालित बस सेवा को हाईकोर्ट के आदेश पर रोके जाने संबंधी मसले पर भी बैठक में चर्चा हुई। वन मंत्री के अनुसार इस प्रकरण को लेकर सरकार रिव्यू में जाएगी। जरूरत पड़ने पर सरकार सुप्रीम कोर्ट की शरण भी लेगी। उन्होंने कहा कि आमजन के हित में इस बस सेवा का संचालन जरूरी है।
केंद्र में फिर देंगे दस्तक 
वन मंत्री ने कहा कि राज्य को पांच हेक्टेयर तक वन भूमि हस्तांतरण का अधिकार दिलाने के लिए वह प्रयासरत हैं। उन्होंने बताया कि इस सिलसिले में उनकी महानिदेशक वन से वार्ता हो चुकी है और जल्द ही केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. हर्षव‌र्द्धन से मुलाकात करेंगे। बीएचईएल क्षेत्र में बनेगी सुरक्षा दीवार 
वन मंत्री ने बताया कि हरिद्वार में बीएचईएल क्षेत्र में सुरक्षा दीवार बनाने के लिए बीएचईएल को निर्देशित किया जाएगा। इसके अलावा बैठक में कोटद्वार में कॉर्बेट के रिसेप्सन सेंटर की मरम्मत कराने व वहां बाढ़ सुरक्षा कार्य करने, वन चौकियों के भवनों के निर्माण में तेजी लाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए गए। बैठक में अपर मुख्य सचिव वन डॉ. रणवीर सिंह, मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक मोनीष मलिक, सीसीएफ सुरेंद्र मेहरा, निदेशक राजाजी सनातन, निदेशक कार्बेट राहुल समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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