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शिक्षक के इस प्रयास से छात्रों की प्रतिभा में आ रहा है निखार, पढ़िए पूरी खबर

राजकीय इंटर कॉलेज के शिक्षक देवानंद देवली ने वर्ष 2001 में एक क्विज प्रतियोगिता की जो शुरुआत की उसके बेहतर परिणाम सामने आ रहे हैं।

By BhanuEdited By: Published: Wed, 12 Jun 2019 08:59 AM (IST)Updated: Wed, 12 Jun 2019 08:28 PM (IST)
शिक्षक के इस प्रयास से छात्रों की प्रतिभा में आ रहा है निखार, पढ़िए पूरी खबर
शिक्षक के इस प्रयास से छात्रों की प्रतिभा में आ रहा है निखार, पढ़िए पूरी खबर

देहरादून, सुमन सेमवाल। कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालकर देखो। ऐसा ही कुछ दृढ़ निश्चय जो राजकीय इंटर कॉलेज के शिक्षक देवानंद देवली ने वर्ष 2001 में एक क्विज प्रतियोगिता की शुरुआत कर किया था, वह आज सफलता की मुक्कमल तस्वीर में बदल चुका है। जिन सरकारी स्कूलों के बच्चों को सामान्य ज्ञान में पिछड़ी श्रेणी का माना जाता था, उनका सामान्य ज्ञान आज देश की प्रमुख क्विज प्रतियोगता 'बोर्नविटा क्विज कॉन्टेस्ट' के प्रतिभागियों से किसी भी मुकाबले में कम नजर नहीं आता। वजह यह भी कि इस क्विज के स्तर को भी हर तरह से उत्कृष्ट बनाया गया है। 

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शिक्षक देवली के प्रयास की सार्थकता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि चंद वर्षों के भीतर शिक्षा विभाग ने क्विज प्रतियोगिता के प्रायोजन का जिम्मा अपने हाथ में ले लिया।

उत्तर प्रदेश से अलग होने के बाद जब वर्ष 2000 में उत्तराखंड का गठन हुआ, तभी से शिक्षक देवानंद देवली को यह बात कचोटने लगी थी कि कैसे अपने प्रदेश के सरकारी स्कूलों के छात्रों को बौद्धिक स्तर पर बेहतर बनाया जाए। खयाल आया कि छात्रों के सामान्य ज्ञान को उत्कृष्ट बनाना जरूरी है। 

वह कोई ऐसी शुरुआत नहीं करना चाहते थे कि जो सिर्फ एक सामान्य प्रश्नोत्तरी की प्रतिस्पर्धा तक सीमित रहे। वह चाहते थे कि सामान्य ज्ञान के साथ ही छात्रों के आत्मविश्वास, त्वरित जवाब देने की क्षमता और तर्कशक्ति में भी इजाफा किया जाना जरूरी है। वर्ष 2001 में उन्होंने तय किया कि अपने पिता उर्वीदत्त देवली की याद में बहुआयामी सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता शुरू की जानी चाहिए। 

तब वह रानीपोखरी स्थित राजेंद्र शाह राजकीय इंटर कॉलेज में शिक्षक थे और उन्होंने स्कूल स्तर पर ही निजी प्रयास से प्रतियोगिता आयोजित की। 2002 में तत्कालीन प्रधानाचार्य शिव प्रसाद सेमवाल ने भी प्रयास को अभूतपूर्व बताते हुए प्रतियोगिता का क्रम जारी रखवाया। 

इसके बाद नए प्रधानाचार्य (तत्कालीन) अतुल सेमवाल ने शिक्षक देवली के प्रयास को ब्लॉक व जिला स्तर तक पहुंचाया। वर्ष 2006 तक प्रतियोगिता इतनी लोकप्रिय को हो चुकी थी कि शिक्षा विभाग ने तय किया कि वह इसे प्रायोजित करेगा। 

तब से राज्य स्तर पर विभाग ही इसका आयोजन नौ नवंबर को राज्य स्थापना दिवस पर उत्तराखंड के शासकीय/अशासकीय विद्यालयों के छात्रों के लिए कर रहा है। इससे पहले शिक्षक देवानंद देवली प्रवक्ता डॉ. एसएस राणा, परमवीर सिंह कठैत, सहायक अध्यापक सुशील कुमार चौहान जैसे अपने कुछ साथियों के सहयोग से क्विज प्रतियोगिता का संचालन कर रहे थे। वर्तमान में देवानंद देवली टिहरी जिले के नरेंद्र नगर क्षेत्र में राजकीय इंटर कॉलेज ओणी में तैनात हैं और वह क्विज प्रतियोगिता के राज्य समन्वयक भी हैं।

15 मिनट के लिए आए मुख्य सचिव 2.50 घंटे बैठे

वर्ष 2018 ने इस प्रतियोगिता को सफलता की नई ऊंचाई पर पहुंचाने का काम किया। राज्य स्थापना दिवस पर राजीव गांधी नवोदय विद्यालय, ननूरखेड़ा (देहरादून) में आयोजित प्रतियोगिता में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह भी उपस्थित रहे। वह महज 15 मिनट के लिए आए थे और उन्होंने कहा कि उनके समक्ष रैपिड फायर राउंड शुरू किया जाए। हालांकि, वह प्रतियोगिता से इतना प्रभावित हुए कि ढाई घंटे तक मंत्रमुग्ध अवस्था में वहां से हिले भी नहीं।

इस तरह खास बनती है यह प्रतियोगिता 

(कुल छह राउंड)

बहुविकल्पीय राउंड: हर टीम से पांच सवाल पूछे जाते हैं, हर सही प्रश्न के लिए पांच अंक और निर्धारित समय में प्रति प्रश्न 30 सेकेंड तय है और अधिकतम 25 अंक निर्धारित।

विजुअल राउंड: 03 विजुअल स्लाइड दिखाई जाती हैं। कुल सात प्रश्न इससे पूछे जाते हैं और प्रति प्रश्न के लिए 30 सेकेंड का समय तय। अधिकतम अंक 70 निर्धारित।

एक्सटेंपोर राउंड: बिना तैयारी दो विषयों में से एक विषय पर तीनों प्रतिभागी में से एक दो मिनट का भाषण देगा। निर्धारित अंक 10।

विडियो राउंड: प्रति टीम को एक विडियो दिखाया जाता है और हर क्लिप से तीन सवाल किए जाते हैं। हर सवाल के जवाब के लिए 30 सेकंड, प्रति सवाल 10 अंक व 30 अधिकतम अंक तय।

रैपिड फायर राउंड: हर टीम से 10 लघु उत्तरीय सवाल किए जाएंगे। 10 सवाल 60 सेकेंड में पूछे जाएंगे और 100 अंक निर्धारित।

बजर राउंड: 10 सवाल पूछे जाएंगे, जो पहले बजर दबाएगा, उसे उत्तर देना होता है। प्रति प्रश्न 10 अंक, समय 30 सकेंड और गलत उत्तर देने पर पांच अंक काटे जाते हैं।

नोट: यह प्रतियोगिता उत्तराखंड के शासकीय/अशासकीय हाईस्कूल व इंटर कॉलेज के छात्रों के लिए आयोजित की जाती है।  

इस तरह स्कूल से राज्य तक होती है प्रतियोगिता

स्कूल स्तर: संबंधित जिले के स्कूल अपने तीन बेस्ट छात्रों को प्रतिभाग कराते हैं, जिनकी लिखित परीक्षा आयोजित कराई जाती है।

ब्लॉक स्तर: बेस्ट दो स्कूलों की टीम (तीन-तीन छात्र) का चयन ब्लॉक स्तरीय प्रतियोगिता के लिए किया जाता है। इनकी लिखित परीक्षा आयोजित कराई जाती है।

जिला स्तर: हर ब्लॉक से एक टीम इसमें प्रतिभाग करती है। यह प्रतियोगिता डिजिटल रूप में होती है।

राज्य स्तर: हर जिले से एक बेस्ट टीम राज्य की प्रतियोगिता में शिरकत करती है। इसमें पहले लिखित परीक्षा होती है, जिसके बाद बेस्ट पांच टीम का चयन किया जाता है और एक टीम प्रतियोगिता वाले जिले की होती है। इस तरह छह टीम फाइनल प्रतियोगिता में भाग लेती है।

कुछ क्विज विजेता, जिन्होंने हासिल किया मुकाम

-हेमंत सती, 2016 की सिविल सेवा परीक्षा में 83वीं रैंक।

-अर्जुन गंगवार व ज्योति आइएफएस।

-इला बादशिल्पा व पूजा नेगी, आइआइटी।

-सुमेधा पंत, शैलेंद्र नेगी व नीरज सेमवाल, पीसीएस

-हरेंद्र नेगी व अंकित बडोनी, एनडीएस पासआउट होकर मेजर बन चुके।

-मोहिनी सिंह, एमबीबीएस।

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