सेहत की बात मजबूत हुआ दून अस्पताल का लाइफ सपोर्ट सिस्टम
कोरोनाकाल में प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त करने की दिशा में तेजी से कदम उठाए। जिसने सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली में नई जान फूंक दी है।
देहरादून, जेएनएन। कोरोनाकाल में प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त करने की दिशा में तेजी से कदम उठाए। जिसने सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली में नई जान फूंक दी है। इसी के तहत शहर के प्रमुख सरकारी अस्पताल दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में भी लाइफ सपोर्ट सिस्टम मजबूत हुआ है। अभी यह सुविधाएं भले ही कोरोना के कारण बढ़ाई जा रही हों। लेकिन, भविष्य में ये सुविधाएं स्वास्थ्य सेवाओं के बुनियादी ढांचे को मजबूती देंगी।
प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पतालों में शुमार दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अभी तक आइसीयू बेड की संख्या ऊंट के मुंह में जीरा वाली स्थिति में थी। यहां महज पांच आइसीयू बेड थे, जो अक्सर फुल रहते थे। गर्भवती महिलाओं के लिए भी अलग आइसीयू की व्यवस्था नहीं थी। निक्कू वार्ड भी चलताऊ स्थिति में था। लेकिन, अब कोरोना के बहाने ही सही अस्पताल के संसाधनों में लगातार विस्तार हो रहा है।
प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने बताया कि अस्पताल में बच्चों के लिए आठ बेड का पीडिया आइसीयू अलग से तैयार किया गया है। वहीं, महिला अस्पताल में भी पांच बेड का गाइनी आइसीयू बनकर तैयार हो गया है। इसके अलावा हृदय रोगियों के लिए भी पांच बेड का आइसीयू अलग से बनाया जा रहा है। इससे अलग अभी कोरोना के लिए 35 बेड का आइसीयू भी क्रियाशील है। बाद में इसका लाभ भी आम जनता को ही मिलेगा।
अस्पताल में पीडिया व गाइनी के आइसीयू हुए तैयार, हृदय रोगियों के लिए भी बनेगा आइसीयू
अस्पताल में चार गुना बढ़ गई वेंटिलेटर की संख्या
एक वक्त पर दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में महज 14 वेंटिलेटर थे। उनमें भी कुछ अरसे से खराब पड़े थे। लेकिन, अब न केवल यहां पहले से मौजूद सभी वेंटिलेटर क्रियाशील हैं, बल्कि इनकी संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। डॉ. आशुतोष सयाना ने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए कुछ वेंटिलेटर राज्य स्तर पर खरीदे गए तो कुछ केंद्र से मिले हैं। अस्पताल में अब वेंटिलेटर की संख्या बढ़कर 58 हो गई है। यह भविष्य के लिहाज से भी अच्छा है।
डायलिसिस यूनिट तैयार
दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य के मुताबिक नई ओपीडी बिल्डिंग में 10 बेड की डायलिसिस यूनिट भी तैयार है। अभी यहां मशीनें इंस्टाल की जा रही हैं। जल्द ही इसकी विधिवत शुरुआत की जाएगी ताकि गुर्दा रोग से पीड़ित मरीजों को दिक्कत न उठानी पड़े।
यह भी पढ़ें: Coronavirus: दून अस्पताल में नई दवा मिलेगी कोरोना संक्रमितों को