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दिल्ली व गुजरात में आग की घटनाओं के बाद उत्तराखंड में अलर्ट, अस्पताल व गेमिंग जोन में Fire Fighting Equipment का जायजा लेना शुरू

Fire Alert in Uttarakhand विभाग की ओर से 27 अप्रैल से 27 मई तक अभियान चलाकर अस्पतालों स्कूलों और गेमिंग जोन क्षेत्र में अग्निशमन उपकरणों की जांच की गई। दिल्ली में शिशु केयर अस्पताल व गुजरात में गेमिंग जोन में आग कारण कई बच्चों व बड़ों की जान जाने के बाद उत्तराखंड में अग्निशमन विभाग भी अलर्ट हो गया है।

By Soban singh Edited By: Nirmala Bohra Tue, 28 May 2024 08:40 AM (IST)
दिल्ली व गुजरात में आग की घटनाओं के बाद उत्तराखंड में अलर्ट, अस्पताल व गेमिंग जोन में Fire Fighting Equipment का जायजा लेना शुरू
Fire Alert in Uttarakhand: अग्निगशमन विभाग ने अस्पताल व गेमिंग जोन में अग्निशमन उपकरणों का जायजा लेना शुरू किया

जागरण संवाददाता, देहरादून: Fire Alert in Uttarakhand: दिल्ली में शिशु केयर अस्पताल व गुजरात में गेमिंग जोन में आग कारण कई बच्चों व बड़ों की जान जाने के बाद उत्तराखंड में अग्निशमन विभाग भी अलर्ट हो गया है।

विभाग ने ऐसी घटनाओं का संज्ञान लेकर प्रदेश के अस्पतालों, स्कूलों और गेमिंग जोन में अग्निशमन उपकरणों की स्थितियों की जांच शुरू कर दी है।

अग्निशमन विभाग से पूरे प्रदेश के अस्पतालों की रिपोर्ट शासन स्तर पर मांगी गई है। ताकि, राज्यभर में अस्पतालों में अग्निशमन की व्यवस्थाओं को बारीकी से परखा जा सके। दमकल विभाग ने अब तक प्रदेश के 150 अधिक अस्पतालों का निरीक्षण कर लिया है।

अग्निशमन उपकरणों की जांच

विभाग की ओर से 27 अप्रैल से 27 मई तक अभियान चलाकर अस्पतालों, स्कूलों और गेमिंग जोन क्षेत्र में अग्निशमन उपकरणों की जांच की गई। नियमानुसार 500 स्क्वायर मीटर से कम जगह या 15 मीटर से कम ऊंचाई वाले अस्पताल इस नियम से विशेष छूट प्राप्त करते हैं, लेकिन इसके अलावा बाकी सभी अस्पतालों में अग्निशमन को लेकर स्थितियों को जांचा जा रहा है।

दमकल विभाग की ओर से राज्यभर के स्कूलों को भी इस अभियान में जोड़ा गया है और स्कूलों के कर्मचारियों को अग्निशमन उपकरण संचालन की ट्रेनिंग दी जा रही है।

प्रदेशभर में अस्पतालों व गेमिंग जोन में अग्निशमन उपकरणों की स्थितियों का जायजा लेने के लिए अभियान शुरू किया गया है। तमाम संस्थाओं की रिपोर्ट भी प्रदेश भर से मांगी गई है। इस दौरान जहां भी कमी पाई जा रही है, वहां जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।

- निवेदिता कुकरेती, उपमहानिरीक्षक, अग्निशमन विभाग