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Scholarship Scam: छात्रवृत्ति घोटाले में डीडी व एडी भी जांच के दायरे में

छात्रवृत्ति घोटाले की जांच की आंच समाज कल्याण मुख्यालय में तैनात एक उप निदेशक व एक सहायक निदेशक की तरफ भी बढ़ती दिख रही है।

By BhanuEdited By: Published: Fri, 07 Feb 2020 08:30 AM (IST)Updated: Fri, 07 Feb 2020 08:30 AM (IST)
Scholarship Scam: छात्रवृत्ति घोटाले में डीडी व एडी भी जांच के दायरे में
Scholarship Scam: छात्रवृत्ति घोटाले में डीडी व एडी भी जांच के दायरे में

देहरादून, जेएनएन। छात्रवृत्ति घोटाले की जांच की आंच समाज कल्याण मुख्यालय में तैनात एक उप निदेशक व एक सहायक निदेशक की तरफ भी बढ़ती दिख रही है। उप निदेशक जगमोहन सिंह कफोला व सहायक निदेशक कांतिराम जोशी पर आरोप है कि उन्होंने समाज कल्याण अधिकारी पद पर रहते हुए छात्रवृत्ति आवंटन में अनियमितता बरती हैं। 

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इसको लेकर हरिद्वार व देहरादून को छोड़कर शेष 11 जिलों में जांच कर रहे पुलिस महानिरीक्षक संजय गुंज्याल ने टिहरी, नैनीताल व ऊधमसिंहनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को संबंधित अधिकारियों की गहन जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।

11 जिलों में छात्रवृत्ति घोटाले की जांच अधिवक्ता एसके सिंह की याचिका पर हाईकोर्ट के आदेश पर की जा रही है। अधिवक्ता सिंह ने पुलिस महानिरीक्षक (आइजी) संजय गुंज्याल को शिकायती पत्र भेजकर बताया कि उन्होंने उत्तराखंड शासन से आरटीआइ में छात्रवृत्ति वितरण से संबंधित जो जानकारी मांगी है, उसमें पता चला है कि कांतिराम जोशी ने टिहरी में समाज कल्याण अधिकारी के पद पर रहते हुए छात्रवृत्ति वितरण में बड़े पैमाने पर खेल किया। 

इसी तरह जगमोहन सिंह कफोला वर्ष 2011-12 से 2017-18 तक ऊधमसिंहनर व नैनीताल में तैनात रहे। इन जिलों में सबसे अधिक गड़बड़ी पाई जा रही है, लिहाजा इनकी भूमिका की भी जांच जरूरी है। याचिकाकर्ता ने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि छह जनवरी को हुई सुनवाई के क्रम में हाईकोर्ट ने ये सभी दस्तावेज एसआइटी को सुपुर्द करने को कहा है।

शिकायती पत्र व इसके साथ उपलब्ध कराए गए साक्ष्यों का संज्ञान लेते हुए आइजी गुंज्याल ने टिहरी, ऊधमसिंहनगर व नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए कि इस मामले में 10 दिन के भीतर जांच आख्या उपलब्ध कराई जाए।

टिहरी में इस तरह की अनियमितताओं का आरोप

- बिना आय प्रमाण पत्र के नेहा, विनीता, पिंटू, विजय सिंह, गीता देवी, सुरेंद्र सिंह आदि के नाम पर छात्रवृत्ति जारी की गई। इन्हें जारी छात्रवृत्ति में शिक्षण संस्थानों की मान्यता व फीस स्ट्रक्चर की भी जांच नहीं की गई।

-रुचि नाम की महिला के सामान्य जाति का होने पर भी छात्रवृत्ति जारी कर दी गई।

-87 ऐसे छात्रों को छात्रवृत्ति दी गई, जिन्होंने माता-पिता या अभिभावक की जगह अपने आय प्रमाण पत्र लगाए थे।

-वास्तविक मांग से अधिक छात्रवृत्ति बांटी गई। इनमें रेखा, तरविंदर कुमार, राजेश कुमार, विजय सिंह, राजू कुमार आदि छात्रों के नाम शामिल हैं।

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नैनीताल व ऊधमसिंहनगर में इन अनियमितताओं का आरोप

-जगमोहन सिंह कफोला की तैनाती के दौरान बड़ी राशि में छात्रवृत्ति का वितरण बिना छात्रों व संस्थानों के सत्यापन के कर दिया गया।

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