हरिद्वार से 70 साल बाद शुरू हुई दशनामी छड़ी यात्रा, दिव्य छड़ियों के दर्शन को उमड़े श्रद्धालु
हरिद्वार से 70 वर्षों के बाद चारधाम के लिए प्रारंभ हुई दशनामी छड़ी यात्रा का ऋषिकेश में विभिन्न मंदिर मठों में भव्य स्वागत किया गया।
ऋषिकेश, जेएनएन। हरिद्वार से 70 वर्षों के बाद चारधाम के लिए प्रारंभ हुई दशनामी छड़ी यात्रा का ऋषिकेश में विभिन्न मंदिर मठों में भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने दिव्य छड़ियों के दर्शन कर पूजा-अर्चना भी की गई।
शनिवार को दशनामी छड़ी यात्रा का जूना अखाड़ा सिद्ध पीठ माया मंदिर से शुभारंभ किया गया था। रविवार को मायाकुंड दत्तात्रेय घाट पर गंगा स्नान के पश्चात् तारा माता मंदिर से अखाड़े के महंत हरी गिरी महाराज व तारा माता मंदिर के महंत संध्या गिरी महाराज ने छड़ी यात्रा को रवाना किया। जिसके बाद छड़ी यात्रा सोमेश्वर मंदिर, चंद्रेश्वर नगर, भरत मंदिर, सिद्ध पीठों को रवाना हुई।
पौराणिक सोमेश्वर मंदिर पहुंचने पर संतों और श्रद्धालुओं ने भव्य स्वागत किया। छड़ी यात्रा में चल रहे संतों ने सोमेश्वर मंदिर में घंटे घडिय़ालो व शंखनाद के बीच पूजा अर्चना भी की। इस मौके पर जूना अखाड़े के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत प्रेम गिरी, मुख्य छड़ी के महंत मढी के उपाध्यक्ष विद्यानंद सरस्वती, 16 मढी के मंत्री महेश पुरी, 13 मढी के मंत्री शिवदत्त, 14 मढी के मंत्री पुष्कर गिरी, जूना अखाड़े के राष्ट्रीय संरक्षक महंत हरी गिरी उपस्थित रहे।
यह भी पढ़ें: Chardham Yatra: पहली बार केदारनाथ दर्शनों को पहुंच चुके नौ लाख श्रद्धालु
छड़ी यात्रा का संचालन कर रहे, जूना अखाड़े के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत प्रेम गिरी ने बताया कि यह यात्रा हरिद्वार से प्रारंभ होकर चारधाम जाएगी। जोकि सबसे पहले उत्तरकाशी जिले के गंगोत्री धाम से होकर यमुनोत्री जाएगी। यात्रा का समापन पांच नवंबर को होगा। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी प्रेमलाल, महंत रामेश्वर गिरी, स्वामी ध्यान दास, संजय शस्त्री, गंभीर सिंह मेवाड़, गोपाल रावत, खुशी गिरी आदि उपस्थित रहे।
यह भी पढ़ें: Chardham Yatra: अब तक 11 लाख श्रद्धालु कर चुके बदरीनाथ में दर्शन