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समाज कल्याण कार्यालय में बिचौलियों का 'मकड़जाल', पढ़िए पूरी खबर

समाज कल्याण विभाग में बिचौलियों का मकड़जला फैला हुआ है। बिचौलियों को पैसा देकर चंद मिनटों में काम हो जाता है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Mon, 15 Apr 2019 01:58 PM (IST)Updated: Mon, 15 Apr 2019 01:58 PM (IST)
समाज कल्याण कार्यालय में बिचौलियों का 'मकड़जाल', पढ़िए पूरी खबर
समाज कल्याण कार्यालय में बिचौलियों का 'मकड़जाल', पढ़िए पूरी खबर

देहरादून, जेएनएन। समाज कल्याण विभाग में बिचौलियों का मकड़जला फैला हुआ है। वृद्ध-दिव्यांग पेंशन और छात्रवृत्ति के आवेदन स्वीकृत कराने के लिए आम आदमी की एड़ियां घिस रही हैं, लेकिन बिचौलियों के जरिए चंद मिनटों में काम हो जा रहा है। बस बिचौलियों को पैसा दो और अपना काम निकलवाओ। वहीं, विभाग की व्यवस्था है कि विकासखंडों से सहायक जिला समाज कल्याण अधिकारी के माध्यम से ही आवेदन जिला समाज कल्याण कार्यालय पहुंचाए जाएंगे, मगर ये बिचौलिये सिस्टम के दावों की पोल खोलते हुए डायरेक्ट काम करवा देते हैं। 

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समाज कल्याण कार्यालय में दर-दर भटक रहे आमजन की स्थिति किसी से छिपी नहीं है। बुजुर्ग लोग वृद्ध पेंशन का लाभ लेने के लिए भटक रहे हैं और दिव्यांग पेंशन के लिए दिव्यांगजनों को भी धक्के खाने पड़ रहे हैं। पहले तो लोगों के आवेदनों में ही तमाम कमियां निकाल दी जाती हैं। किसी तरह आवेदन भर भी दिया जाता है, तो यह गारंटी नहीं रहती कि आवेदन स्वीकृत होगा भी या नहीं। 

यही हाल, दशमोत्तर छात्रवृत्ति में भी है। वहीं, जब बिचौलियों के माध्यम से आवेदन लाए जाते हैं तो इन्हें स्वीकृत करने में ज्यादा समय नहीं लगता। लोग भी इस संबंध में विभागीय कर्मचारियों की भूमिका को लेकर जिला समाज कल्याण अधिकारी से शिकायत कर चुके हैं, हालांकि अब समाज कल्याण अधिकारी ने शिकायत पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। 

आए दिन होता है हंगामा 

बिचौलिये कार्यालय में अक्सर किसी न किसी बात को लेकर हंगामा करते रहते हैं। कर्मचारियों को धमकाने के साथ ही ये उनके साथ अभद्रता भी करते हैं। साथ ही काम न करने पर अन्य लोगों के साथ अधिकारियों का घेराव करने पहुंच जाते हैं। 

जिला समाज कल्याण अधिकारी जीत सिंह रावत का कहना है कि मुझे कार्यभार संभाले ज्यादा समय नहीं हुआ है, लेकिन इस संबंध में मेरे पास कुछ शिकायतें जरूर पहुंची हैं। इस व्यवस्था में सुधार के लिए जल्द आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। 

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