डीएवी कॉलेज में मजबूत अभाविप में पड़ी दरार Dehradun News
डीएवी पीजी कॉलेज में इस बार छात्र संघ चुनाव से पूर्व मजबूत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में गहराते मतभेद और आपसी फूट खुलकर सामने आई।
देहरादून, जेएनएन। डीएवी पीजी कॉलेज में इस बार छात्र संघ चुनाव से पूर्व मजबूत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) में गहराते मतभेद और आपसी फूट खुलकर सामने आई। पिछले एक माह से अभाविप संगठन और करीब छह पूर्व छात्र संघ अध्यक्षों के दो अलग-अलग गुट बने हुए हैं। सूत्रों का कहना है कि कई बार दोनों गुटों में मारपीट की नौबत भी आई, लेकिन कुछ छात्रों के बीच-बचाव के बाद मामले पर पर्दा डाला जा रहा था।
पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष के गुट और अभाविप के संगठन पदाधिकारियों ने हजारों छात्र-छात्राओं के सामने कॉलेज में अगल-अलग कार्यक्रम आयोजित किए, जिससे संगठन में गुटबाजी की पुष्टि हो गई। वर्तमान छात्र संघ अध्यक्ष जितेंद्र सिंह बिष्ट के साथ पूर्व अध्यक्ष राहुल कुमार लारा, आशीष रावत, सिद्धार्थ राणा व शुभम सिमल्टी आदि छात्र नेताओं ने हरेला पर्व मनाया और पौधारोपण की शपथ ली।
इस दौरान कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। दूसरी ओर संगठन के प्रांत अध्यक्ष डॉ. कौशल कुमार ने इस दौरान अलग बैठक को संबोधित किया और संगठन की नीतियों को प्रत्येक छात्र तक पहुंचाने का आह्वान किया।
पूर्व छात्र संघ अध्यक्षों का आरोप है कि अभाविप संगठन के पदाधिकारी भाजयुमो के नेताओं को लेकर कॉलेज परिसर में आ रहे हैं और छात्र राजनीति में दखल दे रहे हैं। जबकि उनका कॉलेज में पठन-पाठन से कोई लेना-देना नहीं है। पूर्व में छात्र संघ चुनाव में इन्हीं छात्रों की कड़ी मेहनत के दम पर एबीवीपी पिछले 12 सालों से लगातार जीतने में सफल हुई है।
संगठन में नहीं हैं कोई मतभेद एबीवीपी के प्रांत अध्यक्ष डॉ. कौशल कुमार के अनुसार, संगठन में कोई मतभेद नहीं है। गुटबाजी की जानकारी मुझे नहीं है। इतना जरूर है कि संगठन के नियमों का पालन सभी को करना होगा। डीएवी में संगठन मजबूती से चुनाव लड़ेगा। संगठन मजबूती के लिए नियमों का पालन करना आवश्यक है। यही संगठन की उपलब्धि एवं अनुशासन है।
चुनाव से पहले होगा पैनल का गठन
एबीवीपी के प्रांत संगठन मंत्री प्रदीप शेखावत का कहना है कि छात्र संघ चुनाव से पूर्व पैनल का गठन किया जाएगा। पैनल में चर्चा के बाद ही किस छात्र को डीएवी से अध्यक्ष उम्मीदवार बनाना है यह निर्णय लिया जाएगा। जिस छात्र को उम्मीदवार बनाया जाएगा, उसके लिए पूरा संगठन मिलकर कार्य करेगा। अभी किसी के नाम की घोषणा नहीं हुई।
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