सवारी को लेकर हुआ विवाद, खड़ी रहीं रोडवेज बसें; यात्रियों को हुईं दिक्कतें
रोडवेज बस से सवारी उतारकर सिटी बस में बैठाने को लेकर रोडवेजकर्मियों और सिटी बस के स्टाफ के बीच विवाद हो गया।
देहरादून, जेएनएन। रोडवेज बस से सवारी उतारकर सिटी बस में बैठाने को लेकर रोडवेजकर्मियों और सिटी बस के स्टाफ के बीच विवाद हो गया। सिटी बस के स्टाफ ने अपने साथियों को बुला लिया और रोडवेजकर्मियों को घेरकर पिटाई कर दी। आरोप है कि विवाद देखकर पुलिस भी वहां पहुंची मगर आरोपितों को पकड़ने के बजाए रोडवेजकर्मियों पर रौब गालिब करना शुरू कर दिया। गुस्साए रोडवेज कर्मचारियों ने आइएसबीटी पर बसों का संचालन रोक दिया। एक घंटे तक बसों का संचालन रुका रहा और यात्री परेशान रहे। बाद में रोडवेज कर्मियों की तरफ से तहरीर दी गई। आला अफसरों के समझाने पर बसों का संचालन सुचारू किया गया।
दिवाली के मद्देनजर शनिवार को कुमाऊं मार्ग और स्थानीय मार्गों पर यात्रियों की भीड़ थी। आइएसबीटी पर स्थानीय मार्गों की जो भी रोडवेज बस निकली, वह खचाखट भरी रहीं। इस दौरान डग्गामार बस और मैजिक संचालक भी आइएसबीटी के बाहर वाहनों को लगाकर सवारी भरने लगे। जिसे रोकने के लिए रोडवेज प्रबंधन की ओर से चेकिंग टीम तैनात की गई। इस बीच एक रोडवेज बस (यूके07पीए-0254) ऋषिकेश जाने के लिए आइएसबीटी से निकली। आरोप है कि तभी डोईवाला रूट की एक सिटी बस (यूके07पीए-0256) रोडवेज बस के आगे खड़ी हो गई और उसके चालक-परिचालक ने रोडवेज बस से जबरन सवारी उतारकर अपनी बस में बैठानी शुरू कर दी।
रोडवेज चालक-परिचालक ने विरोध किया व इस संबंध में सूचना अधिकारियों को दी। जिस पर चेकिंग टीम के हरेंद्र कुमार, केपी सिंह, हरि सिंह व पवन शर्मा वहां पहुंचे। आरोप है कि सिटी बस स्टॉफ ने तभी कुछ मैजिक संचालकों व अपने साथियों को बुला लिया और रोडवेज कर्मचारियों को घेरकर मारपीट कर दी। जिससे वहां भगदड़ मच गई। यात्री भी बसों से उतरकर भागने लगे। इसी बीच आइएसबीटी चौकी के बाहर तैनात पुलिस की पेट्रोल कार से कुछ पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और रोडवेजकर्मियों को ही बंद करने की चेतावनी दी। गुस्साए रोडवेज कर्मचारी चौकी में पहुंच गए और यूनियन नेताओं व अधिकारियों को बुला लिया। सूचना मिलते ही मंडलीय प्रबंधक सीपी कपूर व रोडवेज कर्मचारी यूनियन के प्रदेश महामंत्री अशोक चौधरी भी चौकी पहुंच गए। आरोप है कि पुलिस डग्गामार संचालकों का साथ देती रही।
पुलिस के रवैये व घटना के विरोध में रोडवेज कर्मियों ने आइएसबीटी के गेट से निकल रही बसों का संचालक रोक दिया। जिसमें उत्तराखंड समेत यूपी, हरियाणा और अन्य राज्यों की बसें भी अंदर फंस गई और यात्री परेशान होने लगे। बसों का संचालन रुकने की सूचना पुलिस अधिकारियों तक पहुंची व इंस्पेक्टर पटेलनगर सूर्यभूषण नेगी को चौकी भेजा गया। रोडवेज की ओर से डग्गामार संचालकों के खिलाफ तहरीर दी गई। करीब एक घंटे बाद बसें चलनी शुरू हुई तो यात्रियों ने राहत की सांस ली। इस दौरान आरएम कपूर ने बताया कि मामले में रोडवेज अधिकारियों व कर्मचारियों का एक प्रतिनिधिमंडल एसएसपी से मुलाकात कर पुलिस के रवैये की जानकारी देगा।
ऋषिकेश तक कैसे जा रही थी सिटी बस
ऋषिकेश की सवारी भर रही सिटी बस को लेकर भी बड़ा सवाल है। सिटी बसों के पास ऋषिकेश का परमिट ही नहीं है। ये सिर्फ डोईवाला-जौलीग्रांट तक जा सकती हैं। रोडवेज कर्मियों का आरोप है कि यह सब परिवहन विभाग और पुलिस के संरक्षण में चल रहा।
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काली पट्टी बांधकर किया काम
हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद सितंबर का वेतन नियमितकर्मियों को न मिलने से नाराज रोडवेजकर्मियों ने शनिवार शाम से काली पट्टी बांधकर काम करना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही कमीज पर टैग भी लगाया है, जिसमें लिखा है कि 'मैं बगैर वेतन काम कर रहा हूं।' रोडवेज कर्मियों ने बताया कि वे दिवाली के मद्देनजर यात्रियों को परेशान करना नहीं चाहते, मगर रोडवेज प्रबंधन व सरकार की कारगुजारी के संबंध में यात्रियों को भी पता चलना चाहिए। इस वजह से वे अभी शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे हैं।
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