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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा- रोजगार और स्वरोजगार सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता

बुधवार को मुख्यमंत्री धामी ने एसआरएलएम से जुड़े महिला स्वयं सहायता समूहों के साथ वर्चुअल संवाद किया। इस दौरान उन्‍होंने कहा कि सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता रोजगार और स्वरोजगार है। सूबे में सरकारी विभागों में भर्ती प्रक्रिया शुरू हो गई है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Thu, 19 Aug 2021 10:55 AM (IST)Updated: Thu, 19 Aug 2021 01:42 PM (IST)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा रोजगार और स्वरोजगार सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि रोजगार और स्वरोजगार उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। मुख्य सेवक की शपथ लेते ही उन्होंने युवाओं व मातृशक्ति को रोजगार, स्वरोजगार से जोड़ने के प्रयास शुरू कर दिए। राज्य में सरकारी विभागों में रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सभी विभागों को स्वरोजगार के अवसर बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं और इसकी निरंतर मानीटरिंग की जा रही है। सरकार का प्रयास है कि समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्तियों तक योजनाओं का लाभ पहुंचे।

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मुख्यमंत्री धामी ने बुधवार को उत्तराखंड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (एसआरएलएम) से जुड़े महिला स्वयं सहायता समूहों के साथ वर्चुअल संवाद में उक्त बातें कहीं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने की दिशा में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। महिला स्वयं सहायता समूहों का भी इसमें महत्वपूर्ण योगदान है। राज्य के विकास में मातृशक्ति जिस मनोयोग से कार्य कर रही है, वह सबके लिए प्रेरणास्रोत है। प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में राज्य में अभूतपूर्व कार्य हुए हैं। पिछले सात सालों में केंद्र का राज्य को हर क्षेत्र में भरपूर सहयोग मिला है।

ग्राम्य विकास मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि प्रदेश में महिला स्वयं सहायता समूह बेहतर ढंग से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन समूहों के उत्पादों के बिक्री के लिए पुख्ता व्यवस्था की जाए। साथ ही अधिकारी समूहों के बीच जाकर उनकी समस्याएं सुनें और इनका तत्काल समाधान भी करें।

महिला समूहों ने साझा किए अनुभव

मुख्यमंत्री ने वर्चुअल संवाद से जुड़े सभी 13 जिलों के 95 विकासखंडों के महिला स्वयं सहायता समूहों से उनके कार्यों और उनके समक्ष आ रही कठिनाइयों की जानकारी ली। महिला समूहों ने अपने अनुभव साझा करने के साथ ही कई सुझाव भी दिए। अधिकांश ने व्यवसाय बढ़ाने के मद्देनजर उन्नत मशीनें उपलब्ध कराने, उत्पादों के विपणन की व्यवस्था करने समेत अन्य मांगें रखीं। इस दौरान महिला स्वयं सहायता समूह अल्मोड़ा की माया देवी, बागेश्वर की आशा देवी, जोशीमठ की नर्मदा देवी, डोईवाला की रीना रावत, बहादराबाद की पूनम शर्मा, नैनीताल की मुमताज, पौड़ी की बबीता, ऊखीमठ की सरिता देवी, टिहरी की नीलम देवी, खटीमा की शिक्षा देवी, चिन्यालीसौड़ की रीना रमोला, पिथौरागढ़ की राखी बृजवाल व विमला देवी ने अपने-अपने समूहों और उत्पादों के बारे में जानकारी दी।

समूहों की सफलता पर आधारित पुस्तक का विमोचन

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने महिला स्वयं सहायता समूहों की सफलता की कहानियों पर आधारित ग्राम्य विकास विभाग की पुस्तिका का विमोचन भी किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रत्येक जिले के चयनित समूहों को सम्मानित किया। केंद्र सरकार से पुरस्कृत गौरा स्वयं सहायता समूह को एक लाख रुपये की राशि का चेक, प्रमाणपत्र व स्मृति चिह्न भेंट किया गया। मुख्यमंत्री ने ऊधमसिंहनगर जिले की नारी शक्ति क्लस्टर की चंद्रमणि दास को भी सम्मानित किया। बीती 12 अगस्त को प्रधानमंत्री ने चंद्रमणि से वर्चुअली बातचीत की थी। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, विधायक खजानदास, कुंवर प्रणव चैंपियन, राजेश शुक्ला, अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार, आनंद बद्र्धन, सचिव एसए मुरुगेशन आदि मौजूद थे।


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