भाजपा विधायकों में विवाद, समिति के समक्ष पेश हुए चैंपियन; नरम पड़ेंगे सुर
भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और देशराज कर्णवाल के मध्य छिड़े विवाद की जांच के लिए भाजपा द्वारा गठित समिति ने जांच पड़ताल पूरी कर ली है।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और देशराज कर्णवाल के मध्य छिड़े विवाद की जांच के लिए भाजपा द्वारा गठित समिति ने जांच पड़ताल पूरी कर ली है। समिति के संयोजक प्रदेश महामंत्री एवं विधायक खजानदास ने बताया कि सोमवार शाम प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट को जांच रिपोर्ट सौंप दी जाएगी। प्रकरण में क्या निर्णय लेना है क्या नहीं, यह प्रदेश अध्यक्ष तय करेंगे।
उधर, इससे पहले गत शाम को विधायक चैंपियन ने जांच समिति के समक्ष अपना पक्ष रखा। चैंपियन ने छह बिंदुओं पर अपनी बात रखी। इस विधायक विवाद प्रकरण के सरकार और संगठन के हस्तक्षेप के बाद भी न सुलझने पर प्रदेश भाजपा नेतृत्व ने प्रकरण की जांच के लिए प्रदेश महामंत्री खजानदास की अगुआई में तीन सदस्यीय समिति गठित की।
इस बीच आठ मई व 20 मई को समिति की बैठकें हुई, जिनमें दो दर्जन से अधिक लोगों से पूछताछ की गई। 20 मई को विधायक देशराज कर्णवाल ने अपना पक्ष रखा, लेकिन तब विधायक चैंपियन बाहर होने के कारण उपस्थित नहीं हुए थे। इसे देखते हुए जांच समिति ने उन्हें शुक्रवार को अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया।
इस कड़ी में तय समय पर सुबह 11 बजे प्रदेश भाजपा कार्यालय में जांच समिति के संयोजक खजानदास, सदस्य विश्वास डाबर व कुलदीप कुमार पहुंच गए। एक बजे तक इंतजार करने के बाद भी विधायक चैंपियन वहां नहीं पहुंचे। हालांकि, समिति संयोजक ने बताया कि विधायक चैंपियन की ओर से अपने पक्ष से संबंधित एक पत्र महामंत्री नरेश बंसल को भेजा गया है। इसका संज्ञान लिया जाएगा।
इसी बीच विधायक चैंपियन ने समिति संयोजक को फोन कर जानकारी दी कि वह चार बजे समिति के समक्ष पक्ष रखेंगे। इसके बाद शाम को साढ़े चार बजे विधायक चैंपियन ने छह बिंदुओं पर अपना पक्ष लिखित रूप में समिति को सौंपा। समिति ने उनसे बिंदुवार दस्तावेज भी मांगे। इससे पहले सुबह समिति ने हरिद्वार के जिलाध्यक्ष और लोस चुनाव संयोजक से भी जानकारियां लीं।
यही नहीं, विधायक देशराज कर्णवाल ने भी समिति के सामने दोबारा पक्ष रखा। मैंने छह बिंदुओं पर चार्जशीट दी है जांच समिति के समक्ष पक्ष रखने के बाद विधायक चैंपियन ने कहा कि उन्होंने विधायक देशराज कर्णवाल के खिलाफ छह बिंदुओं पर चार्जशीट सौंपी है। उन्होंने कहा कि पार्टी मां की तरह है और मां के सामने बात रखने के बाद आप किसी से कुछ नहीं कह सकते। उन्होंने कहा कि मुझे सरकार व संगठन पर पूरा भरोसा है कि न्याय होगा।
होगा दूध का दूध और पानी का पानी
विधायक कर्णवाल ने कहा कि उन्होंने शुक्रवार को कुछ और साक्ष्य समिति के सामने रखे। उन्होंने कहा कि प्रकरण की जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। उन्हें न्याय अवश्य मिलेगा।
..अब नरम पड़ेंगे तेवर दिखाने वालों के सुर
लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिली ऐतिहासिक सफलता के बाद अब राज्य में तेवर दिखाने वाले मंत्री-विधायकों के तेवर नरम पड़ सकते हैं। सूत्रों की मानें तो अपनी ही सरकार और संगठन को असहज करने वाले ऐसे मामलों में भाजपा संगठन किसी प्रकार की ढिलाई देने के मूड में नहीं है।
यह संदेश देने की तैयारी है कि पार्टी में अनुशासन तोड़ने की किसी को इजाजत नहीं दी जा सकती। यदि किसी को कोई नाराजगी है तो पार्टी फोरम में अपनी बात कह सकता है।
उत्तराखंड में भाजपा सरकार और संगठन कुछ अर्से से अपने दो विधायकों व एक मंत्री के बयानों से खुद को असहज महसूस कर रहे हैं। विधायक देशराज कर्णवाल और कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के बीच छिड़ी रार से पार्टी सर्वाधिक असहज हुई। सार्वजनिक तौर पर दोनों के मध्य जुबानी जंग चली तो सरकार व संगठन ने हस्तक्षेप किया। फिर भी बात नहीं बनी तो पार्टी को जांच समिति गठित करनी पड़ी।
यह समिति अब जांच पूरी कर चुकी है और सोमवार तक अपनी रिपोर्ट प्रदेश नेतृत्व को सौंप देगी। इस बीच एक मंत्री और एक विधायक ने नौकरशाही के खिलाफ मोर्चा खोला। इस मामले में आ रहे बयानों को सरकार को कठघरे में खड़ा करने के रूप में भी देखा जा रहा है।
पार्टी सूत्रों की मानें तो अब सरकार और संगठन को असहज करने वाले मामलों का केंद्रीय नेतृत्व ने भी संज्ञान लिया है। लोकसभा चुनाव निबटने के बाद अब पार्टी ऐसे प्रकरणों में कड़ा रुख अपनाने की तैयारी में है।
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