आपदा की स्थिति में उत्तराखंड को हेली सर्विस मुहैया कराएगी केंद्र सरकार
आपदा के दौरान अब उत्तराखंड में हेलीकॉफ्टर से राहत पहुंचाने में दिक्कत नहीं आएगी। ऐसी स्थिति में केंद्र सरकार उत्तराखंड को हेली सर्विस उपलब्ध कराएगी।
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: दैवीय और मानवजनित आपदा के प्रति संवेदनशील उत्तराखंड में आपात परिस्थितियों फंसे लोगों, केदारनाथ व तीर्थ धामों में गंभीर दिल की बीमारी से पीड़ितों व दुर्घटना में घायलों को अब राहत मिलेगी। उन्हें अस्पताल तक भेजने और जरूरत पड़ने पर डॉक्टरों को दूरदराज तक पहुंचाने में हेली सर्विसेज का इस्तेमाल होगा। खास बात ये है कि ये हेली सर्विसेज केंद्र सरकार मुहैया कराएगी।
राज्य सरकार को इसके लिए नागरिक उड्डयन पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। इसके साथ ही डोईवाला में मदर एंड चाइल्ड सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल के निर्माण को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने हामी भर दी है।
बीते दिनों धुमाकोट-भौन मार्ग पर बस दुर्घटना में घायलों को रेस्क्यू करने से निजी हेली कंपनी ने हाथ खड़े कर दिए थे। कंपनी के इस रुख से सरकार सकते में है। राज्य सरकार की इस समस्या से निपटने को केंद्र सरकार ने हाथ बढ़ाए हैं।
केंद्रीय अपर सचिव स्वास्थ्य मनोज झलानी ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ भेंट की। स्वास्थ्य सचिव नितेश झा ने बताया कि केंद्रीय अपर स्वास्थ्य सचिव ने आपात परिस्थितियों में घायलों को दुर्घटनास्थल से लाने और अस्पताल तक पहुंचाने के लिए हेली सर्विसेज मुहैया कराने पर सहमति दी है।
हेली सर्विसेज का उपयोग दूरदराज में जरूरत पड़ने पर डॉक्टरों को पहुंचाने में भी किया जा सकेगा। इससे पर्वतीय क्षेत्रों को बड़ी राहत मिलेगी। वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देहरादून से जौलीग्रांट एयरपोर्ट के मध्य डोईवाला क्षेत्र में एक सुपर स्पेशिलिटी मदर एंड चाइल्ड हॉस्पिटल को भी सैद्धांतिक सहमति दी है। इस हॉस्पिटल के बनने से गढ़वाल की महिलाओं और बच्चों को आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
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