फौजियों के हितों के लिए काम करने की शपथ ली, पढ़िए पूरी खबर
उत्तरांचल ईएमई कोर सेवानिवृत्त सैनिक संस्था के पहले स्थापना दिवस पर सेना में तकनीकी सेवाएं दे चुके पूर्व सैनिकों ने मिलन त्योहार मनाया।
देहरादून, जेएनएन। उत्तरांचल ईएमई कोर सेवानिवृत्त सैनिक संस्था के पहले स्थापना दिवस पर सेना में तकनीकी सेवाएं दे चुके पूर्व सैनिकों ने मिलन त्योहार मनाया। संस्था के साथ सेना की विभिन्न रेजिमेंटों के पूर्व सैनिक जुड़े हैं। पहले स्थापना दिवस पर सभी ने संस्था के माध्यम से तकनीकी क्षेत्र में सेवाएं दे रहे फौजियों के हितों के लिए काम करने की शपथ ली।
रिंग रोड स्थित एक निजी वेडिंग प्वाइंट में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व सैनिकों को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मान दिया गया। संस्था ने ईएमई कोर से सेवानिवृत्त सैनिकों के लिए हरसंभव मदद करने पर एकमत सहमति जताई। संस्था ने उपनल में वरिष्ठता के आधार पर पूर्व सैनिकों को नौकरी के लिए पैरवी करने की मांग की। संस्था का कहना है कि उपनल ने वरिष्ठता के आधार पर नियुक्तियों का नियम तो बनाया है, लेकिन यह लागू नहीं हो रहा है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर दून डिफेंस अकादमी के निदेशक संदीप गुप्ता मौजूद रहे।
उन्होंने कहा कि सेना में तकनीकी कोर का बहुत अहम किरदार है। एक गाड़ी से लेकर राडार की मरम्मत का जिम्मा ईएमई कोर का ही होता है। संस्था के संस्थापक सेनि. हवलदार आरएन असवाल ने बताया कि सेना में तकनीकी कार्यों के लिए 77 साल पहले गठित ईएमई कोर के स्थापना दिवस से ही संस्था ने अपनी नींव रखी है। सेना में तकनीकी सेवाएं देकर रिटायर होने वाले सैनिकों को एकजुट कर उनके सुख-दुख में साथ खड़े रहना संस्था का मूल उद्देश्य है।
कार्यक्रम में विभिन्न लोक गीत और नृत्य प्रस्तुतियां दी गईं। समारोह में कर्नल अभिषेक पठानिया, कर्नल वीए भंडारी, कर्नल जेके मुयर, हवलदार दान सिंह मेहता, हवलदार किशन कुमार गुरुंग, हवलदार वंशीधर ईष्टवाल समेत अन्य लोगों ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर सेवानिवृत्त बिग्रेडियर विनोद पसबोला, अपर आयुक्त कैप्टन टीपी कुंडलिया, कर्नल डीएस बिष्ट, कर्नल एनके डबराल, ले. कर्नल जेके छाबड़ा समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
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इन्हें मिला सम्मान
कर्नल बीएस भंडारी, हवलदार नत्थी सिंह चौहान, हवलदार किशन कुमार गुरुंग, सुबेदार डीएस मेहता।
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