आंचल के फ्लैट पर सीबीआई ने किया क्राइम सीन का री-क्रिएशन Dehradun News
फैशन डिजाइनर आंचल पांधी के मौत के कारणों का पता लगाने के लिए सीबीआइ लखनऊ की टीम देहरादून पहुंची। जांच को सीबीआइ ने आंचल के फ्लैट में क्राइम सीन का री-क्रिएशन किया।
देहरादून, जेएनएन। फैशन डिजाइनर आंचल पांधी के मौत के कारणों का पता लगाने के लिए सीबीआइ लखनऊ की टीम देहरादून पहुंची। टीम ने सीबीआइ के स्थानीय अधिकारियों, केंद्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला दिल्ली और एम्स ऋषिकेश के विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ आंचल के फ्लैट में 14 फरवरी 2017 की रात हुए घटनाक्रम का री-क्रिएशन किया। इसका उद्देश्य यह पता लगाना था कि आंचल ने खुदकुशी की थी या फिर उसकी हत्या कर शव को पंखे से लटका दिया गया था।
आंचल पांधी की मौत के हाईप्रोफाइल केस के दो साल बाद भी गुत्थी उलझी ही है। सीबीआइ की लखनऊ शाखा ने इसी साल जनवरी महीने में नैनीताल हाईकोर्ट के आदेश पर अभियोग पंजीकृत किया था, जिसके बाद से सीबीआइ इसकी जांच कर रही है।
सीबीआइ के स्थानीय सूत्रों ने बताया कि सीबीआइ लखनऊ शाखा के एसपी सुधांशु खरे, आंचल पांधी केस की विवेचना कर रहे इंस्पेक्टर विनय चतुर्वेदी बुधवार को देहरादून पहुंचे। उनके साथ केंद्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला दिल्ली के फोरेंसिक एक्सपर्ट और एम्स ऋषिकेश से चिकित्सकों की टीम भी थी।
टीम ने राजपुर रोड स्थित उस फ्लैट में पहुंची, जहां पर आंचल का शव पंखे से लटका मिला। सीबीआइ ने जांच में आए तथ्यों के आधार पर क्राइम सीन को एक-एक कर दोहराया और पता लगाने की कोशिश की आंचल पांधी के साथ उस रात क्या हुआ था।
यह था पूरा मामला
राजपुर स्थित पैसिफिक हिल्स अपार्टमेंट में पति राहुल पांधी के साथ रहने वाली आंचल पांधी (30) का शव 14 फरवरी 2017 की रात उसके कमरे में पंखे से लटकता मिला था। राहुल की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पीएम के लिए भेज दिया था।
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आंचल के पिता अनिल कोहली निवासी रेसकोर्स ने राहुल और उसके परिवार हत्या का आरोप लगाया। आंचल को न्याय दिलाने के लिए सोशल मीडिया पर कैंपेन भी चलाया। मामले ने तूल पकड़ा तो तत्कालीन डीजीपी एमए गणपति तत्कालीन एसपी देहात श्वेता चौबे की अगुआई में गठित एसआइटी को जांच सौंपी गई।
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एसआइटी ने आंचल के सुसाइड नोट, पैनल द्वारा कराए गए पोस्टमार्टम की रिपोर्ट, गठित मेडिकल बोर्ड से मशविरा और बिसरा जांच रिपोर्ट के आधार पर हत्या के मुकदमे को खुदकुशी के लिए उकसाने के आरोप में तरमीम कर दिया था। इसके बाद आंचल के परिजन हाईकोर्ट चले गए और सीबीआइ जांच की मांग की।
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