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कैंट बोर्ड के जेई का इस्तीफा नामंजूर, जांच की संस्तुति कर दी

छावनी परिषद देहरादून के कनिष्ठ अभियंता नवनीत क्षेत्री के इस्तीफे को बोर्ड ने अस्वीकार कर उसके खिलाफ जांच की संस्तुति कर दी है। इसके लिए विजिलेंस कमेटी गठित की जाएगी। जिसमें कैंट बोर्ड की मुख्य अधिशासी अधिकारी के अलावा निर्वाचित सभासद और सेना के नामित सदस्य भी शामिल होंगे।

By Edited By: Published: Wed, 14 Oct 2020 07:33 PM (IST)Updated: Thu, 15 Oct 2020 11:55 AM (IST)
छावनी परिषद देहरादून के कनिष्ठ अभियंता नवनीत क्षेत्री के इस्तीफे का मामला तूल पकड़ गया है।

देहरादून, जेएनएन। छावनी परिषद देहरादून के कनिष्ठ अभियंता नवनीत क्षेत्री के इस्तीफे का मामला तूल पकड़ गया है। बोर्ड ने इस्तीफा अस्वीकार कर जेई के खिलाफ जांच की संस्तुति कर दी है। इसके लिए विजिलेंस कमेटी गठित की जाएगी। जिसमें कैंट बोर्ड की मुख्य अधिशासी अधिकारी के अलावा निर्वाचित सभासद और सेना के नामित सदस्य भी शामिल होंगे। गत वर्षों में अवैध निर्माण पर कार्रवाई, विकास कार्यों पर बजट खर्च समेत अन्य तमाम पहलू पर यह कमेटी विस्तृत जांच करेगी। छावनी परिषद देहरादून के जेई ने सोमवार एकाएक इस्तीफा दे दिया था। इसके पीछे उन्होंने व्यक्तिगत कारण बताए थे। हालांकि, जेई के इस्तीफा देने के बाद से ही कई तरह की चर्चाएं भी शुरू हो गई थीं। जिसका प्रमुख कारण भारतीय सैन्य अकादमी के पास अवैध ढंग से की जा रही प्लाटिंग है। मामले की शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय से भी की गई थी।

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बहरहाल, जेई के इस्तीफे से मची हलचल के बाद बुधवार को छावनी परिषद की विशेष बोर्ड बैठक बुलाई गई। सीईओ तनु जैन ने बताया कि जेई ने अब एक माफीनामा देकर अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। उन्होंने इस्तीफा वापस लेने संबंधी पत्र सदन में रखा और कहा कि बोर्ड ही इस मसले पर निर्णय ले। जिस पर बोर्ड अध्यक्ष ब्रिगेडियर आरएन सिंह ने जेई के रवैये पर नाराजगी व्यक्त की।

अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने जेई से बीते आठ वर्षों में अवैध निर्माण पर की गई कार्रवाई और पिछले नौ माह के दौरान विकास कार्यों पर खर्च बजट पर रिपोर्ट मांगी गई थी, पर ताज्जुब है कि रिपोर्ट देने के बजाय उन्होंने इस्तीफा दे दिया। बैठक में उन्होंने उक्त प्लाटिंग का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि पीएमओ को शिकायत भेज इस मामले में बोर्ड अध्यक्ष, मुख्य अधिशासी अधिकारी और सभासदों को जिम्मेदार ठहराने की कोशिश की जा रही है। पर जेई का इसमें कहीं नाम तक नहीं है। जबकि मामला उन्हीं के कार्यक्षेत्र से जुड़ा है।

बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि जेई का इस्तीफा अस्वीकार किया जा रहा है। साथ ही उनके खिलाफ अब विजिलेंस कमेटी जांच करेगी। बोर्ड अध्यक्ष ने निर्देश दिए हैं कि विजिलेंस कमेटी आगामी सोमवार तक गठित कर जल्द जांच प्रक्रिया शुरू की जाए। बैठक में मसूरी विधायक गणेश जोशी भी शामिल हुए। उन्होंने विकास के कई प्रस्तावों पर चर्चा की। 

बैठक में उपाध्यक्ष राजेंद्र कौर सौंधी, सभासद मेघा भट्ट, मीनू, विनोद पंवार, कमलराज, जितेंद्र तनेजा, हितेश गुप्ता, कार्यालय अधीक्षक शैलेंद्र शर्मा आदि उपस्थित रहे। स्पो‌र्ट्स हॉल के लिए बनेगी एसओपी प्रेमनगर में हाल ही में विधायक निधि से बहुउद्देशीय क्रीड़ा हॉल तैयार किया गया। इसमें बैडमिंटन समेत अन्य गतिविधिया संचालित होंगी। इसका संचालन करने के लिए बोर्ड ने प्रति महीने लिए जाने वाले शुल्क की दर रखी। जिसे सभासदों ने अधिक बता विरोध किया। इसके बाद तय हुआ प्रेमनगर के चारों सभासद एसओपी बनाएंगे। साथ ही नो प्रॉफिट-नो लॉस पर शुल्क तय किया जाएगा। शुल्क इतना तय किया जाएगा कि हॉल के रखरखाव का खर्च निकल सके।

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