कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज को नहीं भायी, कोरोना में मलेरिया की दवाई
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने दून अस्पताल में कोरोना मरीजों को मलेरिया की दवा देने पर सवाल उठाया है। महाराज ने बताया कि इस संबंध में वह मुख्यमंत्री को पत्र भेजने जा रहे हैं।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने दून अस्पताल में कोरोना मरीजों को मलेरिया की दवा दिए जाने पर सवाल उठाया है। सतपाल महाराज के अनुसार दून अस्पताल में भर्ती रहे उनके स्टाफ के सात लोगों समेत अन्य लोगों से उन्हें जानकारी मिली कि कोरोना के उपचार के दौरान मलेरिया की दवा भी दी गई। इससे मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। महाराज ने बताया कि इस संबंध में वह मुख्यमंत्री को पत्र भेजने जा रहे हैं, ताकि स्थिति स्पष्ट हो सके।
कैबिनेट मंत्री महाराज के अनुसार वह मुख्यमंत्री से आग्रह करेंगे कि इस बारे में चिकित्सकों से विमर्श किया जाए, ताकि पता चल सके कि कोरोना मरीजों को मलेरिया की दवा क्यों दी जा रही है। सतपाल महाराज ने दून अस्पताल में साफ-सफाई व्यवस्था दुरुस्त कराने, मरीजों के लिए गर्म पानी की उपलब्धता सुनिश्चित कराने, मरीजों के लिए भोजन की व्यवस्था में सुधार करने, शौचालयों में पानी की उचित व्यवस्था कराने और आइसीयू के नजदीक शौचालय की व्यवस्था कराने पर भी जोर दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को भेजे जाने वाले पत्र में इन सब बिंदुओं को शामिल किया जाएगा।
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किसी भी चीनी कंपनी से नहीं करार
राज्य में पर्यटन के क्षेत्र में किसी भी योजना में किसी भी चीनी कंपनी से कोई करार नहीं है। दरअसल, गलवन घाटी के प्रकरण के बाद पर्यटन मंत्री महाराज भी चीन को लेकर मुखर हुए हैं। इसी कड़ी में उन्होंने राज्य में पर्यटन क्षेत्र में चल रहे ऐसे सभी कार्यों की जानकारी सचिव पर्यटन से मांगी, जिनका करार चीनी कंपनियों से हुआ है। अब उन्हें ब्योरा मिल गया है, जिसमें साफ हुआ कि पर्यटन के क्षेत्र में किसी भी चीनी कंपनी से कोई करार नहीं हुआ है।
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