महिलाओं के लिए उनकी सुरक्षा ही सबसे बड़ा मुद्दा, जानिए क्या कहती हैं
महिलाओं के लिए अहम मुद्दा उनकी सुरक्षा ही है। दून की महिलाएं मानती हैं कि इस चुनाव में महिलाओं की सुरक्षा प्राथमिकता होनी चाहि
देहरादून, जेएनएन। जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है। वैसे-वैसे लोग राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों के नाम पर कयास लगा रहे हैं और चुनावी मुद्दों को हवा देने की कोशिशें कर रहे हैं। दून की महिलाएं मानती हैं कि इस चुनाव में महिलाओं की सुरक्षा प्राथमिकता होनी चाहिए, क्योंकि बीते कुछ समय से महिला अपराधों की संख्या लगातार बढ़ी है। ऐसे में इस ओर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है।
समाज सेवी मधु बेरी कहती हैं कि सांसद ऐसा हो जो जनता के लिए कार्य करने के लिए हमेशा तत्पर रहे। महिलाओं के स्वास्थ्य से लेकर उनके विकास को लेकर हमेशा आगे रहे। जहां बात महिला सुरक्षा की आती है। इस ओर गंभीरता से कदम उठाएं।
लॉयंस क्लब के सदस्य शशि भाटिया ने कहा कि हमारा उम्मीदवार ईमानदार, साफ छवि का हो। जरूरी है कि वह जाति बंधन से मुक्त होकर सभी वर्गों के कल्याण के लिए कार्य करे। वहीं महिलाओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य के साथ ही शिक्षा प्रणाली को बेहतर बनाए।
उत्तरांचल महिला एसोसिएशन की अध्यक्ष साधना शर्मा कहती हैं कि हमारा सांसद ऐसा हो जो महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ सके। संसद में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण की आवाज उठाने वाला हो। शिक्षित, चरित्रवान महिलाओं को सम्मान देने के साथ ही उनकी सुरक्षा के लिए कार्य करे।
बंग भारतीय एसोसिएशन की सदस्य रेनू कुंडू का कहना है कि अब पर्वतीय राज्यों में भी अपराध बढ़ रहे हैं। महिलाओं के लिए तो उनकी सुरक्षा ही सबसे बड़ा मुद्दा है और मैं इसी मुद्दे के आधार पर वोट दूंगी। वहीं पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता की ओर भी ध्यान देने की विशेष जरूरत है।
हरित धरा संस्था की सचिव मनीषा गर्ग ने कहा कि महज चुनाव तक नहीं बल्कि चुनाव जीतने के बाद भी प्रत्याशी अपने वादों पर कायम रहे। जैव अपशिष्ट प्रबंधन, महिला स्वास्थ्य और उनकी सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा है। इस पर वह गंभीरता से कार्य करे। जिससे समाज का विकास हो सके।
वहीं, समाज सेवी यामा शर्मा कहती हैं कि सांसद जनहित के कार्य करे। आजकल महिलाओं के खिलाफ वारदातें बढ़ रही हैं। जिससे उनकी आजादी छीन जाती है। महिलाएं अपने ही घरों में असुरक्षित महसूस करती हैं। इसलिए महिला सुरक्षा उनकी प्राथमिकता होनी चाहिए।
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