सुरा के शौकीनों का इंतजार हुआ खत्म, आज से खुले बार; पर काउंटर से सटकर ऊंची सीट पर बैठने की नहीं होगी अनुमति
सुरा के शौकीनों का इंतजार खत्म हो गया है। शुक्रवार से अब दून में बार खोले दिए गए हैं। बीते रोज जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने जिला आबकारी अधिकारी (डीईओ) कार्यालय को इसकी अनुमति जारी कर दी है।
देहरादून, जेएनएन। सुरा के शौकीनों का इंतजार खत्म हो गया है। शुक्रवार से अब दून में बार खोले दिए गए हैं। बीते रोज जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने जिला आबकारी अधिकारी (डीईओ) कार्यालय को इसकी अनुमति जारी कर दी है।
प्रभारी जिला आबकारी अधिकारी संजय रावत ने बताया कि दून में 100 से अधिक बार जनता कर्फ्य (22 मार्च) से ही बंद चल रहे हैं। अब 187 दिन बाद शुक्रवार से बार खुल जाएंगे। जिलाधिकारी की हरी झंडी मिलने के बाद शुक्रवार सुबह पृथक रूप से एक आदेश जारी कर तत्काल रूप से बार खोलने की अनुमति जारी कर दी जाएगी। हालांकि, कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए काउंटर से सटकर ऊंची सीट पर बैठने की अनुमति नहीं होगी। रेस्तरां की भांति ही बार में सिटिंग की व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करना जरूरी होगा।
बार खुल जाने के बाद रेस्तराओं की बिक्री भी बढ़ जाएगी और शराब ठेकों को भी इसका लाभ मिलेगा। नई आबकारी नीति में यह व्यवस्था की गई है कि बार संचालक किसी भी ठेके से शराब का उठान कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें एफएल-टू पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। जाहिर, यह इससे ठेकों में भी बिक्री बढ़ जाएगी।
छूट के बावजूद सूने पड़े होटल
उत्तराखंड में पर्यटकों को छूट मिलने के बाद भी दून व मसूरी में पर्यटन व्यवसाय ठप पड़ा है। साल भर पैक रहने वाले दून-मसूरी के होटल सूने पड़े हैं। सामान्य दिनों में दून-मसूरी में साल भर पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है। वीकेंड पर तो मसूरी पूरी तरह पैक हो जाती है। जिस कारण कई बार दून-मसूरी मार्ग पर जाम भी लग जाता है, लेकिन इस बार कोरोना के चलते परिस्थितियां इससे विपरीत हैं। देहरादून व मसूरी में 700-800 छोटे बड़े होटल हैं। जिनमें सामान्य परिस्थितियों में एक दिन में करीब 30 लाख रुपये का कारोबार होता था, लेकिन अब यह घटकर कुल दो से तीन लाख का रह गया है। अनलॉक 4.0 में सरकार ने 22 सितंबर 2020 से सप्ताह भर के लिए आने वाले पर्यटकों को क्वारंटाइन और सीमा पर कोविड टेस्ट की अनिवार्यता से राहत दी है, लेकिन इसके बाद भी पर्यटकों की संख्या में बढ़ोत्तरी नहीं हुई है।