Move to Jagran APP

Ankita Murder Case: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा- थाईलैंड से ली गई रिसार्ट संस्कृति की जाए ध्वस्त

Ankita Murder Case इंटरनेट मीडिया पर अपनी पोस्ट में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अंकिता हत्याकांड में रिसार्ट ध्वस्त करने के निर्णय पर सवाल दागे हैं। उन्‍होंने कहा कि थाईलैंड से ली गई रिसार्ट संस्कृति को ध्वस्त करने की आवश्यकता है।

By JagranEdited By: Sunil NegiPublished: Sun, 25 Sep 2022 02:10 AM (IST)Updated: Sun, 25 Sep 2022 02:10 AM (IST)
पूर्व मुख्यमंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत। फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, देहरादून : Ankita Murder Case पूर्व मुख्यमंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने अंकिता हत्याकांड में रिसार्ट ध्वस्त करने के निर्णय पर सवाल दागे हैं। उन्होंने कहा कि इस अपराध के स्थल रिसार्ट को नहीं, बल्कि थाईलैंड से ली गई रिसार्ट संस्कृति को ध्वस्त करने की आवश्यकता है।

loksabha election banner

अंधाधुंध खोले जा रहे रिसार्ट से हूं क्षुब्ध

इंटरनेट मीडिया पर अपनी पोस्ट में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि जघन्य अपराधों से जुड़े रिसार्ट को ध्वस्त किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह अंधाधुंध खोले जा रहे रिसार्ट से क्षुब्ध हैं। ऋषिकेश के समीप जो हुआ, वह मोहनरी में नहीं होगा या मुख्यमंत्रियों के घर-गांव में नहीं होगा, इसकी गारंटी नहीं है। हमें निवेश और पर्यटन चाहिए, लेकिन अपनी सांस्कृतिक, आध्यात्मिक पहचान और प्राकृतिक कीमत पर नहीं चाहिए।

हरीश रावत ने किया सावधान

उन्होंने एक बार केदारनाथ और बदरीनाथ के दिव्य स्थलों के आसपास स्नो आध्यात्मिक टूरिज्म की चर्चा अपने सहृदय तीर्थ पुरोहित से की। उन्होंने सावधान किया कि कहीं यह भावना उत्तराखंड के लिए गलत निर्णय साबित न हो जाए।

रिसार्ट पर बुलडोजर चलाने का निर्णय किसका

उन्होंने कहा कि साक्ष्यों को बचाने के लिए रिसार्ट ध्वस्त नहीं किया जाना चाहिए। यदि साक्ष्य मिट गए तो अंकिता की हत्या करने वाले और उसके अपराधी बच निकल सकते हैं। हरीश रावत ने कहा कि रिसार्ट पर बुलडोजर चलाने का निर्णय किसका था, वह समझ नहीं पाए। जिस व्यक्ति को हत्या के साक्ष्य जुटाने के लिए पुलिस रिमांड पर भेजा जाना चाहिए था, उसे ज्यूडिशियल रिमांड पर क्यों भेजा गया। जब न्यायालय के सामने ये मामला आएगा तो साक्ष्य मायने रखेंगे।

रिसार्ट में जाने वाले वीआइपी का लगाया जाए पता

उन्होंने भर्ती घोटाले में आरोपित हाकम सिंह के रिसार्ट को ध्वस्त करने के निर्णय पर भी प्रश्न उठाए। उन्होंने कहा कि अपराधियों या आरोपियों के मकान या रिसार्ट ध्वस्त करने से क्या उनकी सजा पूरी हो सकती है। यह देखा जाना चाहिए कि पुलकित अथवा हाकम सिंह के रिसार्ट में जाने वाले वीआइपी कौन-कौन हैं। उनके टेलीफोन काल ब्योरे से मजबूत साक्ष्य मिल सकते हैं।

Ankita Murder case: सीएम पुष्कर सिंह धामी खुद रखे हुए हैं नजर, कहा- फास्ट ट्रेक कोर्ट में चलाया जाएगा मामला


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.