अनिल गोयल ने मोबाइल फोन किया फॉर्मेट, डाटा होगा रिकवर
भाजपा नेता अनिल गोयल जब आयकर अधिकारियों के समक्ष पेश हुए, तब तक उन्होंने अपना मोबाइल फॉर्मेट कर दिया था। मोबाइल से सभी संदेश डिलीज कर दिए गए थे।
देहरादून, जेएनएन। आयकर विभाग के प्रधान निदेशक (जांच) अमरेंद्र कुमार ने बताया कि शुक्रवार सुबह जब गोयल परिवार के स्थलों पर छापेमारी शुरू की गई तो उन्हें पूछताछ के लिए उपस्थित होने को कहा गया था। इसके बाद भी वह उपस्थित नहीं हुए और शाम को वह हाजिर हो पाए।
भाजपा नेता अनिल गोयल जब आयकर अधिकारियों के समक्ष पेश हुए, तब तक उन्होंने अपना मोबाइल फॉर्मेट कर दिया था। मोबाइल से सभी संदेश डिलीज कर दिए गए थे और व्हाट्सएप का डेटा भी डिलीट पाया गया। उनकी इस मंशा पर सवाल उठाते हुए आयकर निदेशक ने कहा कि मोबाइल को कब्जे में ले लिया गया है। ताकि उसका डेटा रिकवर किया जा सके।
हालांकि फैक्ट्री री-सेट करने के बाद डाटा रिकवर करना आसान नहीं होता है। इसके अलावा आयकर अधिकारियों को पहले दिन उनके किसी कार्मिक से भी पूछताछ में सहयोग नहीं मिला। प्रधान निदेशक ने कहा कि पहले दिन जो भी दस्तावेज मिले, उन पर जवाब देने के लिए न तो कोई प्रबंधक मिला, न ही कोई अन्य कर्मचारी। पूछताछ की जरूरत इसलिए भी थी कि बड़ी संख्या में रिकॉर्ड व्यवस्थित तरीके से रखे ही नहीं गए थे और यह पता नहीं चल पा रहा था कि आय या व्यय का आधार क्या है।
एलएमडी ट्रस्ट में मिला बड़ा झोल
आयकर विभाग की अब तक की जांच में रुड़की स्थित क्वांटम यूनिवर्सिटी से जुड़े एलएमडी एजुकेशनल एंड रिसर्च फाउंडेशन ट्रस्ट के हिसाब-किताब में भी काफी अनियमितताएं सामने आई हैं। इस ट्रस्ट की व्यवस्थाएं गोयल परिवार के बड़े बेटे राजेंद्र गोयल के बेटे शोभित गोयल के पास हैं। अधिकारियों का कहना है कि ट्रस्ट के हिसाब-किताब में जो गड़बडिय़ां सामने आ रही हैं, उनकी विस्तृत जांच जल्द शुरू की जाएगी।
गोयल को दिया आय सरेंडर करने का अवसर
आयकर विभाग ने अनिल गोयल को अघोषित आय सरेंडर करने का अवसर दिया है। आयकर विभाग ने अब तक जब्त दस्तावेजों की जांच और पकड़ी गई कर चोरी के आधार पर अघोषित आय सरेंडर करने को कहा है। हालांकि उन्हें कितनी राशि तक आय सरेंडर करने को कहा गया, इसका खुलासा अधिकारियों ने नहीं किया। वहीं, अब तक गोयल की तरफ से किसी भी राशि पर आय सरेंडर करने की पेशकश नहीं की गई है। ऐसे में आयकर अधिकारी न सिर्फ जांच जारी रख सकते हैं, बल्कि उनकी जांच-पड़ताल उतनी ही गहरी होती चली जाएगी।
दिनेश गोयल को रखा जांच से बाहर
अनिल गोयल के भाई दिनेश गोयल को आयकर विभाग ने छापेमारी से बाहर रखा है। अधिकारियों का कहना है कि दिनेश गोयल परिवार से अलग बरेली में रहते हैं और उनका कारोबार भी पूरी तरह अलग है। यही कारण है कि इस छापेमारी में उनके ठिकानों पर कार्रवाई नहीं की गई।
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