Coronavirus: सर्दी-जुकाम के लक्षण वालों पर नजर, प्रशासन ने मांगा ब्योरा
कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम में लगे जिला प्रशासन ने अब अधिक से अधिक संदिग्ध रोगियों की पहचान के लिए नई रणनीति बनाई है।
देहरादून, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम में लगे जिला प्रशासन ने अब अधिक से अधिक संदिग्ध रोगियों की पहचान के लिए नई रणनीति बनाई है। तय किया गया है कि जो भी लोग सर्दी-जुकाम व खांसी का उपचार कराने के लिए पहुंच रहे हैं, उनका पूरा ब्योरा जुटाया जाए। इस बाबत जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने बुधवार को आदेश जारी कर दिए हैं।
जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव के मुताबिक जो भी निजी अस्पताल व क्लिनिक सर्दी-जुकाम व खांसी के लक्षण वाले मरीजों का उपचार कर रहे हैं, वह उनका ब्योरा (नाम, पता व मोबाइल नंबर) एकत्र करेंगे। साथ ही यह जानकारी रोजाना के आधार पर मुख्य चिकित्साधिकारी को मुहैया कराई जाएगी। आदेश का अनुपालन कराने के लिए आदेश की प्रति इंडियन मेडिकल एसोसिएशन को भी भेजी गई है।
इसी तरह मेडिकल स्टोर संचालकों को भी आदेश जारी किए गए हैं कि वह किसी भी व्यक्ति को बिना चिकित्सीय परामर्श के सर्दी-जुकाम, खासी की दवा न दें। इसके अलावा मेडिकल स्टोर संचालकों से आग्रह किया गया है कि यदि कोई व्यक्ति बिना चिकित्सीय परामर्श के दवा लेने आता है तो उसका ब्योरा जुटाकर मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) को उपलब्ध कराया जाए।
उप पशुचिकित्सधिकारी ने 213 कार्मिकों को दिया प्रशिक्षण
कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम और अन्य व्यवस्थाओं में लगे 213 कार्मिकों को उप पशुचिकित्सधिकारी ने प्रशिक्षण दिया।
संदिग्धों की संख्या 53 हजार पार
जिलाधिकारी ने बताया कि भगत सिंह कॉलोनी, लक्खीबाग (मुस्लिम कॉलोनी), भगत सिंह कॉलोनी, केशवपुरी व झबरावाला में जमातियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने पर इसके आसपास के सभी क्षेत्रों में सघन रूप से सामुदायिक निगरानी (कम्युनिटी सर्विलांस) की जा रही है। इसके लिए 200 आशा कार्यकर्ताओं व 25 शिक्षकों की टीम को मैदान में उतारा गया है। अब तक कोरोना संदिग्धों की संख्या 53 हजार 949 हो गई है। बुधवार को विभिन्न टीम ने पांच हजार लोगों का सर्वे कर लिया है।
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उपजिलाधिकारी बनाए गए इंसिडेंट कमांडर
जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने कोरोना संदिग्धों व संक्रमित लोगों के संपर्क में आए सभी लोगों की पहचान करने (सेकेंडरी कॉन्टेक्ट्स) के लिए आवश्यक-दिशा निर्देश जारी किए। साथ ही किसी भी स्थिति के समय त्वरित कार्रवाई करने के लिए उपजिलाधिकारियों को इंसिडेंट कमांडर नामित किया। इस संबंध में उन्होंने सभी इंसिडेंट कमांडर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वार्ता पर सभी व्यवस्थाओं का कड़ाई से पालन कराने को कहा। साथ ही निर्देश दिए गए कि रबी की फसल कटाई के सीजन को देखते हुए कृषकों को हरसंभव सहयोग किया जाए।
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