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जमातियों के संपर्क में आने वाले कइयों ने बंद किए अपने फोन नंबर, पढ़िए पूरी खबर

पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने बताया कि सीडीआर से जमातियों के संपर्क में आए कई लोगों का पता चला है। ऐसे कई लोगों ने अपने नंबर बंद कर दिए हैं।

By Edited By: Published: Thu, 09 Apr 2020 03:00 AM (IST)Updated: Thu, 09 Apr 2020 09:32 PM (IST)
जमातियों के संपर्क में आने वाले कइयों ने बंद किए अपने फोन नंबर, पढ़िए पूरी खबर
जमातियों के संपर्क में आने वाले कइयों ने बंद किए अपने फोन नंबर, पढ़िए पूरी खबर

देहरादून, जेएनएन। पुलिस महानिदेशक की चेतावनी के बाद राज्य में 180 जमाती तो खुद-ब-खुद सामने आ गए। आशंका है कि इनके संपर्क में आए तमाम लोग अब भी छिपे हुए हैं। हालांकि पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि कोरोना पॉजिटिव जमातियों के संपर्क में आए लोगों में संक्रमण का खतरा सबसे अधिक है। उनके संपर्क में आए स्वस्थ लोग भी कोरोना का शिकार हो सकते हैं। ऐसे में हालात को काबू में कर पाना मुश्किल होगा। इसे देखते हुए पुलिस ने अब तेवर सख्त कर लिए हैं और जमातियों के मोबाइल की सीडीआर (कॉल डिटेल रेकॉर्ड) के हरेक नंबर को ट्रेस करने में जुटी है। पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने बताया कि सीडीआर से जमातियों के संपर्क में आए कई लोगों का पता चला है। उनकी तलाश की जा रही हैं। ऐसे कई लोगों ने अपने नंबर बंद कर दिए हैं।

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दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात की वजह से देश व उत्तराखंड में कोरोना पॅाजिटिव मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ। उत्तराखंड पुलिस ऐसे जमातियों की तलाश में एक अप्रैल से ही जुटी है जो जनवरी से मार्च के बीच निजामुद्दीन या देश के अन्य किसी इलाके में जमात के साथ गए हों। शुरुआत में जमातियों के सामने न आने से पुलिस को सख्त रुख अख्तियार करना पड़ा और रविवार को डीजीपी अनिल के रतूड़ी ने वीडियो संदेश जारी कर चेतावनी दी थी कि सोमवार तक वह स्वयं सामने आ जाएं।

उनका इलाज कराया जाएगा। मगर इसके बाद पकड़े जाने के बाद उनके खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया जाएगा। डीजीपी की इस चेतावनी के बाद भी माना जा रहा है कि जमातियों के संपर्क आए लोग सामने आने से कतरा रहे हैं। ऐसे में पुलिस अब तक सामने आ चुके जमातियों के साथ भूमिगत चल रहे जमातियों के मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर डाल दिया है। जमातियों के नंबर से जिन नंबरों पर बात हुई उनसे पूछताछ की जा रही है। खासकर उन नंबरों की विशेष रूप से ट्रेसिंग की जा रही है, जिनकी लोकेशन जमातियों के साथ मिल रही है। पुलिस ने ऐसे कई लोगों का पता लगा लिया है और उनकी धरपकड़ को टीमें भी निकल गई हैं।

जमातियों पर कार्रवाई

  • एक से पांच अप्रैल के बीच पकड़े गए 41 जमातियों पर दर्ज हुआ मुकदमा। 
  • जमातियों को शरण देने के मामले में लक्सर में चार के खिलाफ मुकदमा। 
  • सीडीआर के जरिए रुड़की में अलवर के दो जमाती पकड़े गए, मुकदमा भी लिखा गया। 
  • कोरोना के संबंध में अफवाह फैलाने के मामले में 42 पर दर्ज हुआ है मुकदमा। 

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बोले अधिकारी

अशोक कुमार (पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था) का कहना है कि जमातियों के संपर्क में आए लोगों की स्वास्थ्य और सुरक्षा की दृष्टि से तलाश की जा रही है। अब पकड़े जा रहे जमातियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया जा रहा है। सीडीआर के जरिए जमातियों और उनके संपर्क में आए लोगों को ट्रेस करने के लिए एसटीएफ और जिलों के साइबर सेल को लगाया गया है।

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