आचार्य बालकृष्ण के स्वास्थ्य में आया सुधार, एम्स ऋषिकेश से दी गई छुट्टी
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में भर्ती पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण के स्वास्थ्य में सुधार होने पर उन्हें एम्स से छुट्टी दे दी गई है।
ऋषिकेश, जेएनएन। चौबीस घंटे गहन चिकित्सा निगरानी में उपचार के बाद शनिवार शाम योग गुरु बाबा रामदेव के करीबी और पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। वह अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती थे। एम्स के निदेशक प्रो. रवि कांत ने बताया कि आचार्य बालकृष्ण अब पूरी तरह से स्वस्थ हैं। चिकित्सा जांच के बाद चिकित्सकों की टीम ने उन्हें डिस्चार्ज करने का फैसला किया। हालांकि, उन्हें एक दिन और एम्स में ही आराम करने की सलाह दी थी, लेकिन उन्होंने खुद ही पतंजलि योगपीठ जाने की इच्छा जताई।
इधर, आचार्य को मिठाई खिलाने वाले भक्त की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। पतंजलि योगपीठ या किसी अन्य की तरफ से इस संबंध में पुलिस को भी कोई शिकायत नहीं दी गई है। हरिद्वार के एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने बताया कि इसीलिए पुलिस ने मामले की जांच शुरू नहीं की है। अगर, कोई शिकायत आती तो विचार किया जाएगा। यद्यपि, घटनाक्रम और इससे जुड़े तथ्यों को लेकर पूरी सजगता-सतर्कता बरती जा रही है। यही नहीं, पुलिस सभी पहलुओं पर निगाह भी रख रही है।
शुक्रवार को मिठाई खाने के बाद तबीयत बिगडऩे पर आचार्य बालकृष्ण को पहले हरिद्वार स्थित श्री भूमानंद अस्पताल और उसके बाद ऋषिकेश एम्स में रेफर किया गया था। यहां विशेषज्ञ डॉक्टरों की निगरानी में उनका उपचार चल रहा था। डॉक्टरों ने तबीयत बिगडऩे का कारण विषाक्त खाने का सेवन बताया था, इसे फूड प्वाइजनिंग से भी जोड़कर देखा गया। डॉक्टरों का कहना है कि आचार्य के एंजाइम्स और खून के नमूने जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजे गए हैं, उनकी रिपोर्ट आने के बाद असल वजह पता चल पाएगी।
एम्स की इंटेंसिव केयर यूनिट (आइसीयू) में भर्ती आचार्य बालकृष्ण को शुक्रवार रात तक ठीक से होश नहीं आया था, उन्हें लोगों को पहचानने में भी दिक्कत महसूस हो रही थी। लेकिन देर रात बाद उनके स्वास्थ्य में तेजी से सुधार होने लगा। शनिवार को वह बेहतर स्थिति में आ गए। शनिवार दोपहर एम्स के प्रवक्ता प्रो. मनोज गुप्ता ने मेडिकल बुलेटिन जारी करते हुए बताया कि आचार्य बालकृष्ण की तबीयत में बेहतर सुधार हुआ है। वह बातचीत कर रहे हैं और उन्हें अब चलने-फिरने में भी उन्हें कोई परेशानी नहीं है।
इसके बाद उनकी दुबारा से चिकित्सा जांच की गयी, जो सामान्य पाई गईं। शाम सवा चार बजे उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे गई। यहां से वे योग गुरु बाबा रामदेव के साथ पतंजलि योगपीठ पहुंचे। इससे पहले सुबह मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ ही आचार्य बालकृष्ण के शुभचिंतकों, शिष्यों, राजनेताओं ने एम्स पहुंचकर उनकी कुशलक्षेम पूछी। दूसरी तरफ, पतंजलि प्रवक्ता एसके तिजारावाला ने बताया कि फिलहाल इस मामले में पतंजलि की तरफ से अभी तक पुलिस को शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। न ही पेड़ा खिलाने वाले के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी या पहचान हो सकी है।
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साजिश की आशंका से नहीं किया बाबा रामदेव ने इनकार
आचार्य बालकृष्ण को अस्पताल से छुट्टी जरूर मिल गई, लेकिन उनकी तबीयत बिगडऩे का सच सामने आना अभी बाकी है। पतंजलि योगपीठ के प्रमुख बाबा रामदेव इसमें किसी साजिश की आशंका से इन्कार भी नहीं कर रहे हैं। बोले, पूरे मामले की जांच कराई जाएगी और जरूरत पड़ी तो मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा। शनिवार को आचार्य बालकृष्ण के एम्स से डिस्चार्ज होने के अवसर पर योग गुरु बाबा रामदेव ने इस मसले पर मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि आचार्य बालकृष्ण अब पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
निश्चित रूप से श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर एक भक्त द्वारा दिया गया पेड़ा खाने के बाद ही उनकी तबीयत बिगड़ी थी। मगर, भक्त ने यह पेड़ा जानबूझकर दिया या भूलवश, यह कह पाना अभी संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि आचार्य बालकृष्ण की सभी तरह की चिकित्सा जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में जो भी सामने आएगा, उसके अनुसार ही अगली कार्रवाई की जाएगी। बाबा रामदेव ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि यह किसी साजिश का नतीजा है तो जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। जरूरत पड़ी तो मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा।
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